Datia News : दतिया। भांडेर िस्थत रामगढ़ काली माता मंदिर में सफाई के दौरान सिक्कों से भरी बोरियां मिली हैं। इस मंदिर के पिछले पुजारी को हटाने के बाद यहां प्रशासन ने नया पुजारी रखा था। जिसे सफाई के दौरान मंदिर में चढ़ाए जाने वाले सिक्कों से भरी करीब 10 बोरियां मिली। जबकि यह राशि दान पेटी में होना चाहिए थी।
इस मंदिर से पूर्व में दो-तीन बार दान पेटी भी चोरी हुई थी। सिक्कों से भरी बोरियां पुजारी के निवास से मिलने को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं छिड़ गई हैं। दो दिन पहले सफाई के दौरान मिली इन बोरियों के बारे में मंदिर कमेटी और तहसीलदार को इसकी सूचना दी गई।
लेकिन जब कोई नहीं पहुंचा तो यह बात मीडिया तक पहुंचाई गई। जिसके बाद बुधवार को इस मामले में जांच को लेकर मंदिर कमेटी से जुड़े प्रशासनिक अधिकारी एवं पदाधिकारी रामगढ़ मंदिर पहुंचे।
इस संबंध में बताया जाता है कि रामगढ़ काली माता मंदिर कमेटी सदस्य रमन झारखड़िया ने स्थानीय ग्रामीणों और दर्शनार्थियों की मौजूदगी में मंदिर स्थित पुजारी कक्ष में स्थित बुखारी में सिक्कों से भरी आठ से दस बोरियों को बाहर निकाला।
इन सिक्कों को मंदिर और मंदिर की दान पेटियों की पूर्व में हुई चोरियों से जोड़कर देखा जा रहा है। इसमें पूर्व पुजारी सियाशरण की भूमिका भी अब संदेह के घेरे में आ गई है। क्योंकि वहीं इस स्थान पर निवास करता था।
जिसे हाल ही में लोगों की शिकायत के बाद मंदिर के पुजारी के दायित्व से बेदखल किया गया था। उसके स्थान पर नए पुजारी के रूप में राजकुमार शर्मा की नियुक्ति की जा चुकी है।
कमेटी सदस्य रमन झारखड़िया ने बताया कि पूर्व पुजारी सियाशरण शर्मा से पुजारी के कमरे की बुखारी की चाबी नवनियुक्त पुजारी राजकुमार शर्मा को उपलब्ध कराने को लेकर कहा गया था। लेकिन उसने देने में आनाकानी की।
इसी दौरान तीन चार दिन पहले रमन को एक चाबी वहां सफाई दौरान प्राप्त हुई। इसके बाद जब उन्होंने उस बुखारी को खोला तो उसमें ठोस वस्तु से भरे बोरे मिले। जिन्हें टटोलने पर वे सिक्कों से भरे निकले।
इसकी जानकारी उन्होंने तत्काल तहसीलदार तथा मंदिर कमेटी सचिव सूर्यकांत त्रिपाठी को दी। लेकिन जब दो दिन इंतजार करने के बाद वे नहीं पहुंचे तो बुधवार को कमेटी सदस्य रमन ने मीडिया और ग्रामीणों की उपस्थिति में उक्त मामले को उजागर करते हुए मौजूद लोगों की उपस्थिति में पंचनामा तैयार करवाया।
मंदिर में पूर्व हो चुकी हैं चोरियां : इस मामले में स्थानीय लोगों ने बताया कि रामगढ़ मंदिर पर गुजरे वर्षों में तीन चार चोरियां भी हुई थी। जिसमें दानपेटी से भी राशि चोरी हो गई थी। इस मामले में पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई। लेकिन पुलिस इन चोरियों का कोई खुलासा नहीं कर सकी।
वहीं स्थानीय लोगों ने मंदिर के पूर्व पुजारी को भी लगातार हो रही चोरियों की शंका के चलते हटाने की मांग की थी। इसे लेकर स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन भी दिए गए। जिसके बाद उसे हटाने की कार्रवाई की गई।
तहसीलदार बोले मामले की जांच की जाएगी : इस मामले में मंदिर कमेटी के सचिव और तहसीलदार सूर्यकांत ित्रपाठी ने बताया कि मंदिर में बोरियों में भरे सिक्के मिलने की जानकारी उनके संज्ञान में आई है। इस मामले में एसडीएम द्वारा जल्दी ही जांच की जाएगी। ताकि पता चल सके कि मामला क्या है।