नई दिल्ली : कोयला मंत्रालय के महानदी कोल फील्डस लिमिटेड ने वर्ष 2026 तक अपने 17,000 कर्मचारियों को सुरक्षा और परिचालन प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए वर्चुअल रिएलिटी (वीआर) आधारित कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किया है। कोल इंडिया की सहायक कंपनी ने कोयला खनिकों के कौशल उन्नयन के लिए ₹6.5,करोड़ का बजट निर्धारित किया है।
सुरक्षित और लाभदायक खनन कार्यों की कुंजी के रूप में कुशल कार्यबल पर ज़ोर देते हुए एमसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि खनन क्षेत्र में नई तकनीक और अद्यतन प्रौद्योगिकी के प्रवेश से कदम ताल मिलाए रखने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों की मदद से नियमित प्रशिक्षण और कौशल के उन्नयन की आवश्यकता है।
एमसीएल ने 2026 तक 300 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य हासिल करने और कोल इंडिया लिमिटेड को एक अरब टन उत्पादन का लक्ष्य हासिल करने में सक्षम बनाने के लिए परिचालन गतिविधियों में शामिल कार्यबलों के तकनीकी कौशल को उन्नत करने की योजना बनाई है। श्रमिकों के वीआर आधारित प्रशिक्षण से लागत और समय की बचत होगी और प्रशिक्षुओं द्वारा प्राप्त कौशल पर स्वचालित निष्पक्ष प्रतिक्रिया भी प्राप्त होगी।
व्यावसायिक प्रक्रियाओं में डिजिटलीकरण की दिशा में एक कदम के रूप में शुरू की गई लगभग 17,000 विभागीय और अनुबंध कर्मचारियों के लिए वीआर आधारित प्रशिक्षण की शुरुआत इस आधुनिक तकनीक का लाभ उठाकर 18 प्रशिक्षण मॉड्यूल के लिए एक प्रमुख शुरुआत के रूप में करेगी।
व्यावसायिक प्रक्रियाओं में नई प्रौद्योगिकियों की शुरुआत के लिए कोल इंडिया लिमिटेड में अग्रणी एमसीएल अनुसंधान एवं विकास संस्थानों और उद्योग विशेषज्ञों के समन्वित प्रयास और उनके साथ ज्ञान साझा करके व्यवसाय संचालन को आधुनिक बनाने की प्रक्रिया में है।
एमसीएल के इनोवेशन सेल, सुरक्षा और बचाव, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल, उत्खनन और इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार विभागों द्वारा संयुक्त रूप से शुरू की गई इस पहल की परिकल्पना थ्री-डी सिम्युलेटेड वीआर प्लेटफॉर्म पर निर्बाध प्रशिक्षण को एकीकृत करने की है। यह श्रमिकों को कोयला खदान हो या कार्यशालाओं में नौकरी में आने से पहले ही सुरक्षित प्रशिक्षण वातावरण प्रदान करेगा साथ ही प्रारंभिक प्रशिक्षण और प्रवेश के समय खतरनाक गतिविधियों के सीधे जोखिम को भी कम करेगा।
एम/एस कॉनकोट ह्यूमन रिसोर्स प्रैक्टिशनर्स (सीएचआरपी-इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद स्थित वर्चुअल रियलिटी टेक्नोलॉजी कंपनी को सिम्युलेटेड वातावरण के विकास और ब्लास्टिंग, खदान निरीक्षण, विद्युत सुरक्षा, यातायात अनुकरण, ईंजन/ट्रांसमिशन, रखरखाव आदि जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने के लिए सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) पर प्रतिस्पर्धी बोली-लगाकर काम सौंपा गया है।
एमसीएल, कोल इंडिया लिमिटेड की सबसे अधिक कोयला उत्पादक, सहायक कंपनी है, जिसका खनन कार्य ओडिशा के सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा और अंगुल जिलों में फैला है, ने पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में 193 मिलियन टन से अधिक कोयले का उत्पादन किया और रिकॉर्ड 148 मिलियन टन कोयला बिजली संयंत्रों को भेजा था।