चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विरोध प्रदर्शन कर रहे युवाओं को राज्य सरकार का साथ देने के लिए कहा, क्योंकि उनकी सरकार भर्ती प्रक्रिया सम्बन्धी आवश्यक कार्यों को पूरा करने के लिए संजीदगी के साथ काम कर रही है, जिससे यह सुनिश्चित बनाया जा सके कि भर्ती प्रक्रिया मुकम्मल होने में किसी तरह की कानूनी अड़चन पैदा न हो सके।
यहाँ म्युनिसीपल भवन में 26,754 पदों को भरने के लिए विशाल भर्ती मुहिम शुरू करने के तुरंत बाद 2,373 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपने के लिए आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए भगवंत मान ने कामना की कि हमारे युवाओं को नियुक्ति पत्र देने के लिए ऐसे समारोह लगातार होते रहने चाहिएं। उन्होंने विरोध प्रदर्शन कर रहे युवाओं को कहा कि वह धैर्य रखें और कुछ समय प्रतिक्षा करें, जिससे सरकार नियुक्ति पत्र जारी करने के लिए औपचारिकताएं पूरी कर सके। उन्होंने आगे कहा कि प्रदर्शन कर रहे नौकरी के इच्छुक युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपने में जल्दबाज़ी में की गई कार्यवाही में यदि कोई इसको अदालत में चुनौती देता है तो इस प्रक्रिया को मुकम्मल करने में और मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए भगवंत मान ने कहा कि पिछली सरकारें अपने कार्यकाल के आखिरी दो महीनों में जो कुछ करती रही हैं, वही हमारी सरकार ने शुरूआती दो महीनों में किया है, जिससे उम्मीदवारों को केवल मेरिट और उनकी शैक्षिक योग्यताओं के आधार पर नौकरियाँ देने सम्बन्धी हमारी सरकार के इरादे स्पष्ट हो जाते हैं।
नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले युवाओं को बधाई देते हुए भगवंत मान ने सम्बन्धित मंत्रियों को नव-नियुक्त युवाओं को उनके निवास स्थान के नज़दीक तैनात करने के लिए कहा, जिससे वह पूरी लगन और ईमानदारी से अपनी सेवाएं निभा सकें। इसके उलट पिछली सरकारों द्वारा जानबूझ कर सरकारी कर्मचारियों को परेशान करने के लिए दूर-दूराज़ के स्थानों पर तैनात किया जाता था। हालाँकि, उन्होंने युवाओं को कहा कि वह दूर-दूराज़ के स्थानों पर तैनाती से भी संकोच ना करें, क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और शीर्ष के फिल्मी सितारों अमिताभ बच्चन और शाहरुख ख़ान जैसी महान हस्तियों ने अपने कैरियर में अपने सपनों को साकार करने के लिए अपने घर-बार छोड़े थे।
युवाओं को संदेश देते हुए भगवंत मान ने कहा कि किसी भी समाज में फैली बेरोजग़ारी समाज विरोधी गतिविधियों को जन्म देती है और यह हमारी प्रतिबद्धता है कि हमारे युवाओं को रोजग़ार के बड़े अवसर प्रदान किए जाएँ, जिससे वह गलत रास्ते पर न पड़ें, क्योंकि ‘खाली दिमाग शैतान का घर होता है’। के समारोह में नियुक्ति पत्र प्राप्त करने में लड़कियों द्वारा लडक़ों को पछाडऩे पर तसल्ली प्रकट करते हुए भगवंत मान ने कहा कि यह महिलाओं के सशक्तिकरण को दर्शाता है, जो समाज में उनका मान-सम्मान बढ़ाने के साथ-साथ दहेज, लिंग- भेद, कन्या भ्रूण हत्या आदि जैसी सामाजिक बुराईयों को ख़त्म करने में भी सहायक होगा।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभागों में कम्युनिटी हैल्थ अफसरों, स्टाफ नर्सें, वॉर्ड अटेंडेंटों आदि के अलावा जल संसाधन विभाग में एस.डी.ईज़. और पंप ऑपरेटरों के पदों के लिए 2,373 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए।
इस अवसर पर अन्यों के अलावा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. विजय सिंगला, जल संसाधन मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान हुसन लाल, प्रमुख सचिव जल संसाधन कृष्ण कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव रवि भगत, सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अजोए शर्मा और निदेशक स्थानीय सरकारें पुनीत गोयल उपस्थित थे।