एपिसोड की शुरुआत में सावी बारिश की वजह से पेड़ पर लिखे संदेश के मिट जाने से उदास हो जाती है। वह साई से उस पर भरोसा करने के लिए कहती है,
साई भावुक हो जाते हैं और सावी को वापस घर ले जाने लगती हैं। इस बीच विराट अपनी कार से आ रहा होता है। तभी एक महिला वहां आती है जिस वजह से विराट और साई एक दूसरे को देखने से चूक जाते हैं।
विनायक-सावी को किडनैप करने पहुंचे गुंडे
इधर विनायक और सावी अपने परिवार के बारे में बाते करते हैं। तभी दो गुंडे वहां आते हैं और सावी और विनायक को किडनैप करने की कोशिश करते हैं। गुंडे दोनों बच्चों को पकड़ने की कोशिश करते हैं, लेकिन विनायक गुंडे से धक्का-मुक्की करके खुद को बचाता है,
जबकि सावी गुंडे का हाथ काटती है, जिससे वह चिल्लाता है। गुंडे सावी को पकड़ लेते हैं, जबकि दूसरा विनायक को पीटने की कोशिश करता है लेकिन तभी विराट वहां आता है और अपने बेटे को बचाता है।
विराट और गुंडों में हुई हाथापाई
विनायक और सावी दोनों विराट को देखकर खुश हो जाते हैं। विराट गुंडे से सावी को वापस देने के लिए कहता है लेकिन वो मना कर देता हैं। गुंडे विराट से लड़ने लगते हैं,
जबकि वह उन्हें अच्छा सबक सिखाता है। भागते हुए गुंडा सावी को हवा में फेंकता है तब विराट उसे सुरक्षित हाथों में पकड़ लेता है। सावी विराट को थैंक्यू कहती है।
सावी ने विराट को किया चीयर
सावी ने विराट को कसकर पकड़ती और विराट गुंडों के साथ अपनी लड़ाई जारी रखता है, साथ ही सावी उसकी पीठ में लटकी होती है। वह इस पल को एन्जॉय करती हैं और विराट को चीयर करती रहती हैं। गुंडे बेहोश हो जाते हैं,
जबकि विराट थाने में फोन कर उन्हें इसकी जानकारी देते हैं। पुलिस वहां आती है और बच्चों के अपहरण के आरोप में गुंडों को गिरफ्तार करती है।
बाद में विनायक और सावी के साथ विराट अपनी कार के अंदर जाते हैं। सावी के टिफिन से मोदक खाकर विराट इमोशनल हो जाते हैं। वह साईं के साथ अपने पलों को याद करता है और सावी की माँ के बारे में पूछता है,
वह उसका नाम बताने वाली ही होती है लेकिन उसने देखा कि वे उसके घर से बहुत दूर आ गए हैं तो उसे एक मोड़ लेने के लिए कहती हैं। वह उसे घर में छोड़ देता है। साई को सावी के प्रिंसिपल का फोन आता है और वह यह सुनकर डर जाती है कि किसी ने सावी का अपहरण करने की कोशिश की है।
प्रीकैप:- नौकर सोनाली से सवाल करता है कि उसे फूल कहाँ लगाने हैं? जिस पर वह उसे परिवार की मालकिन से पूछने को कहती है। वह शिवानी की ओर बढ़ता है और वही सवाल पूछता है, जिस पर वह हंसती है और उसे परिवार की मालकिन