चव्हाण निवास में सावी के साथ साई का भी गृह प्रवेश, क्या फिर शुरू होगा साई वर्सेस पाखी का ड्रामा?

मुंबई: टीवी शो गुम है किसी के प्यार में मेकर्स दर्शकों को बड़ा सरप्राइज देने का प्लान कर रहे हैं। सावी को अपने साथ रखने की विराट की जिद कहानी में नया ट्विस्ट लेन वाली है। शो के अपकमिंग ट्रैक में हाई वोल्टेज ड्रामे के साथ सावी के साथ साई की एंट्री भी होने वाली है। जिसकी झलक लेटेस्ट एपिसोड में देखने मिल गई है।

शो के लेटेस्ट एपिसोड की शुरुआत में विनायक से सावी को अडॉप्ट करने के विराट के फैसले के बारे में जानकर पूरा चव्हाण परिवार दंग रह जाते है। हमेशा की तरह भवानी भड़क जाती हैं और अश्विनी और निनाद यह सोचकर खुश हो जाते हैं कि उनकी पोती उनके घर वापस आ जाएगी। इसके बाद विराट और पाखी भी वहां आते हैं और पाखी खुशी-खुशी अपने परिवार को इस बारे में बताती है।

भवानी के सवाल पर भड़का विराट
विराट पूरे परिवार को अपनी और साई की डील के बारे में बताता है। भवानी विराट के फैसले को लेकर उन पर भड़कती हैं। वह उससे सवाल करती है कि उसे सावी को अपने घर के अंदर लाने की इजाजत किसने दी? जिस पर वह जवाब देता है कि वह उसकी बेटी है और उनके परिवार का हिस्सा है। भवानी कहते है कि वह कुछ भी एक्सेप्ट नहीं करेगी जो विराट या साईं कहेंगे तब विराट भड़कता और कहता है कि वह साईं पर भरोसा करता है।

पाखी ने बोला झूठ
भवानी विराट से पूछती है कि क्या उसने कोई फैसला लेने से पहले उससे अनुमति मांगी थी? विराट कहता है कि उसे पता है कि पाखी को कोई समस्या नहीं है। पाखी चुप रहती है। विराट भवानी को उसके और पाखी के बीच में दखल देने से रोकता है। वो कहता है कि वे पति-पत्नी हैं और मामले को संभाल सकते हैं। भवानी पाखी का स्टैंड लेती है लेकिन पाखी झूठ बोलती है और कहती है कि उसे कोई समस्या नहीं है और वह विराट के लिए खुश है।

सामने आई पाखी की इन्सेक्योरिटी
इसके बाद विराट पाखी से सवाल करता है कि क्या कोई बात उसे परेशान कर रही है। पाखी तब खुलकर अपनी बात कहती है और बताती है कि सावी के कारण उसके और साईं के फिर से साथ होने डर है। पकहि खुद की बात क्लियर करने की कोशिश करती है लेकिन दोनों में बहस हो जाती है। फिर अश्विनी वहां आती है और कहती है कि वह सावी को अपने घर में आमंत्रित करना चाहती है।

सावी के साथ साई का होगा गृह-प्रवेश
अपकमिंग एपिसोड में दर्शको को बड़ा सरप्राइज मिलने वाला है। चव्हाण निवास में सावी के साथ साई की एंट्री भी होने वाली है। अश्विनी सावी के गृह-प्रवेश की रस्म करती है। सावी अपने पैरों को थाली में डुबोती है और सफेद कपड़े पर चलती है। वह गिरने ही वाली थी कि साई उसे बचाने के लिए दौड़ती है और गलती से उसी कपड़े पर चलकर उसके पैरों के निशान आ जाते है।

सावी यह देखकर कहती है कि अब साईं भी उनके परिवार का एक हिस्सा है लेकिन साई इंकार करती है और कहती है कि यह एक गलती थी। पाखी साई की बात मान जाती है और कहती है कि वह पैरों के निशान मिटा देगी। वह प्रिंटों को साफ करना शुरू कर देती है। यह देखकर सबको बुरा लगता है। सई भी पाखी को देखकर बुरा महसूस करती है।

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