पुणे : शिवाजीनगर स्थित कृषि महाविद्यालय में पहला अंतरराष्ट्रीय कृषि हैकाथॉन आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने भाग लिया और विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और अन्य वरिष्ठ मंत्री भी उपस्थित रहे। हैकाथॉन का उद्देश्य कृषि में नवाचारों को बढ़ावा देना और युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करना था।
‘क्लीन प्लांट’ कार्यक्रम की होगी शुरुआत : कार्यक्रम के दौरान प्रमुख घोषणा ‘क्लीन प्लांट’ कार्यक्रम की रही। यह पहल किसानों को रोगमुक्त और प्रमाणित पौधे उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की जा रही है। देशभर में 9 ‘क्लीन प्लांट’ स्थापित किए जाएंगे, जिनमें से 3 महाराष्ट्र के पुणे, नागपुर और सोलापुर में होंगे। इस योजना के लिए लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत निर्धारित की गई है।
आधुनिक नर्सरी और क्लीन प्लांट से बढ़ेगा उत्पादन : ‘क्लीन प्लांट’ के साथ-साथ आधुनिक तकनीक से युक्त नर्सरी की भी स्थापना की जाएगी। बड़ी नर्सरी के लिए 3 करोड़ और मध्यम आकार की नर्सरी के लिए 1.5 करोड़ रुपये की सहायता का प्रावधान है। इसका उद्देश्य किसानों को हर साल 8 करोड़ स्वस्थ पौधे उपलब्ध कराना है।
युवाओं को कृषि क्षेत्र में नवाचार के लिए प्रोत्साहन : कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि कृषि में युवाओं की बढ़ती रुचि सकारात्मक संकेत है। नई तकनीकों और स्टार्टअप्स के माध्यम से युवा अब इस क्षेत्र में रोजगार और निर्यात की संभावनाएं तलाश रहे हैं।
किसानों के लिए बहुआयामी रणनीति : ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के अंतर्गत किसानों से संवाद कर उनकी समस्याएं समझी जा रही हैं। समाधान के रूप में लागत घटाना, उत्पादकता बढ़ाना, सही मूल्य दिलाना और नुकसान की स्थिति में समर्थन जैसी रणनीतियां अपनाई जा रही हैं।
