Datia news : दतिया। नवागत कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े गुरुवार अलसुबह दतिया पहुंचे। स्टेशन पर अधीनस्थ अधिकारियों ने उनकी अगवानी की। दतिया पहुंचने के बाद कलेक्टर ने कुछ देर बाद ही पीतांबरा पीठ पहुंचकर सबसे पहले माई के दर्शन पूजन किए। इसके बाद वह उनाव बालाजी के लिए रवाना हो गए। उनाव में पूजा अर्चना कर वहां उन्होंने पहुज नदी पर चल रहे कार्य और मंदिर की व्यवस्थाओं को देखा। यहां से कलेक्टर वानखेड़े सीधे सेवढ़ा के लिए रवाना हुए। वहां प्रसिद्ध रतनगढ़ माता मंदिर पहुंचकर उन्होंने मातारानी के दर्शन कर कुंअर बाबा की आरती भी की।
रतनगढ़ में कलेक्टर ने वहां चल रहे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया। साथ ही निर्माण कार्याें को लेकर आवश्यक हिदायत भी संबंधित एसडीएम अशोक अवस्थी को दी।
एक ही दिन में जिले के तीनों प्रसिद्ध धार्मिक व पर्यटन स्थलों पर भ्रमण करने के साथ ही कलेक्टर द्वारा दतिया की भौगोलिक स्थिति को जांच लेने की स्मार्ट कार्यशैली को देख जिले के अन्य अधिकारी भी अलर्ट हो गए। वह समझ गए कि जब कलेक्टर एक ही दिन में सारी व्यवस्थाएं जानने को भ्रमण पर निकल सकते हैं, तो आने वाले दिनों में उनकी कार्यशैली अलग रहेगी। स्वप्निल वानखेड़े संभवता दतिया के पहले कलेक्टर हैं, जिन्होंने यहां पहुंचने के बाद पदभार संभालने से पूर्व ही प्रथम दिवस में दतिया के सभी प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों का भ्रमण किया।
पहली बैठक में बोले अतिक्रमण हटाने में न करें देरी : दतिया में बाढ़ नियंत्रण के संबंध में अधिकारियों की पहली बैठक में कलेक्टर ने कहाकि ऐसे ब्रिज का चिंहांकन करें जहां भारी वर्षा के दौरान उनके ऊपर से पानी बहने लगता है।
उन्होंने कहाकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ग्राम पंचायत, राजस्व, पीडब्ल्यूडी के अमले की ड्यूटी लगाई जाएगी। जो सतत वर्षा के प्रभाव की निगरानी करेंगे। अधिक वर्षा की स्थिति उत्पन्न होने से पूर्व ही सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं।
ऐसे क्षेत्र जहां अतिक्रमण भारी वर्षा के दौरान बाढ़ का कारक बनते हैं, उनको चिह्नांकित किया जाए एवं हटाने की कार्रवाई में देरी न करें।

कलेक्टर ने कहाकि जो तालाब वर्षा ऋतु में भर जाते हैं उन्हें मौसम का आंकलन कर पहले से दो तीन फीट खाली कर दिया जाए। जिससे कि ओवरफ्लो की स्थिति न बने और बाढ़ पर नियंत्रण किया जा सके।
जहां भी पुल के ऊपर से पानी बहता है वहां बैनर लगाकर आमजन को सतर्क किया जाएं। उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी दतिया नागेंद्र सिंह गुर्जर से पिछले वर्ष हुई बारिश से प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी ली।
साथ ही किन क्षेत्रों में इसका अधिक प्रभाव रहा, कहां समस्या उत्पन्न हुई और उनकी आगे की क्या तैयारी है, इसके संबंध में भी पूछताछ की।