दतिया। सेवढ़ा एक ओर जहां गर्मी की शुरुआत में ही पेयजल संकट गहराने लगा है, वहीं नगर परिषद की लापरवाही से हर रोज सैकड़ों लीटर पीने का पानी सड़कों पर बर्बाद हो रहा है। नगर परिषद सेवढ़ा द्वारा लीकेज की समस्या दूर न किए जाने के कारण नगर की मुख्य सड़कों पर पेयजल सप्लाई के समय सैकड़ों लीटर पानी बेकार ही बह जाता है। जिसके कारण आने वाले दिनों में पेयजल संकट ओर बढ़ सकता है। इस समस्या की ओर नगर परिषद् द्वारा ध्यान अभी तक ना दिए जाने से जहां सड़कों पर जलभराव की समस्या पैदा हो रही है, वहीं आम लोगों तक पर्याप्त प्रेशर में पेयजल सप्लाई ना हो पाने से पानी नहीं पहुंच पा रहा है। जबकि इस वक्त पानी की एक-एक बूंद सहेजना बहुत जरूरी है।
नगर परिषद सेवढ़ा की लापरवाही से सैकड़ों लीटर पीने का पानी हर रोज बेकार बह जाता है। नगरीय क्षेत्र में आधा दर्जन स्थानों पर छोटे-बड़े लीकेज प्वाइंट है। जिनकी मरम्मत की ओर नगर परिषद् अनदेखी कर रही है। जिससे आए दिन पेयजल सप्लाई के समय पानी बर्बाद होकर सड़क पर जलभराव की िस्थति पैदा करता है। जबकि पेयजल लाइनों के रखरखाव आदि के लिए परिषद् के पास पर्याप्त संसाधन है। इसके बावजूद भी लीकेज सुधारने में की जा रही लापरवाही से आम लोगों को पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पा रहा है।
लीकेज के कारण कम प्रेशर से मिल रहा पानी
नगर में कई जगह पेयजल लाइन में लीकेज के कारण पेयजल सप्लाई भी पर्याप्त प्रेशर से न हो पाने के कारण आम लोगों को पानी कम मिल पा रहा है। जिसके कारण लोगों को पेयजल आपूर्ति के लिए परेशानी उठानी पड़ती है। नगर के लोगों का कहना है कि यदि समय रहते लीकेज की समस्या की आेर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले दिनों में पेयजल संकट और गहरा सकता है।
सड़कों पर हो जाता है जलभराव
इधर लीकेज के कारण जब नगर में पेयजल सप्लाई की जाती है तो आम सड़कों पर पानी भर जाता है। जलभराव के कारण आवागमन में भी समस्या पैदा होती है। िस्थति यह हो गई है कि सड़कों पर पानी बहता देख लोग अंदाजा लगा लेते हैं कि नल आ गए हैं। पानी की यह बर्बादी जल बचाव की दिशा में नगर परिषद् की लापरवाही की ओर इशारा करती है। जबकि नगर के कई वार्डों में जल संकट छाने के इस समय पानी के लिए त्राहि त्राहि मची हुई है। ऐसे समय में स्थानीय प्रशासन को पानी सहेजने की ओर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है।