Agra News : आगरा । आपका बच्चा अगर आनलाइन गेम का शौकीन है तो सजग हो जाएं। नजर रखें कि हर वक्त मोबाइल फोन पर थिरकतीं उसकी अंगुलियां कहीं गलत चाल तो नहीं चल रही हैं। दरअसल, ऐसा हुआ भी है। ‘फ्री फायर’ गेम खेलते-खेलते सातवीं की छात्रा एक ऐसी चाल में फंस गई कि चुपचाप घर छोड़ दिल्ली पहुंच गई।
वहां एक युवक उसे ट्रेन से बिहार ले जा रहा था। स्वजन की सक्रियता और सुरक्षा बलों की सतर्कता से कानपुर स्टेशन पर छात्रा बरामद हो गई। हालांकि, आरोपित युवक हत्थे नहीं चढ़ पाया। इंस्पेक्टर जगदीशपुरा राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि थाना क्षेत्र निवासी सातवीं की छात्रा आनलाइन गेम की शौकीन है।

छात्रा की उम्र करीब 13 साल है। वो महीनों से ‘फ्री फायर’ गेम खेल रही थी। छह महीने पहले गेम खेलने के दौरान उसकी दोस्ती जिला गया (बिहार) निवासी मंजीत नाम के युवक से हो गई। पांच महीनों से दोनों में चैटिंग हो रही थी। इस दौरान मोबाइल नंबर का आदान-प्रदान भी हो गया।

छात्रा पर उसने ऐसा जाल बिछाया कि वो उससे मिलने दिल्ली जाने को राजी हो गई। शुक्रवार की सुबह करीब आठ बजे छात्रा घर से निकलने के बाद दोपहर में दिल्ली पहुंच गई। मंजीत ने महाबोधि एक्सप्रेस से छात्रा और अपनी टिकट पहले से आरक्षित करा ली थी। छात्रा को लेकर वह बिहार के लिए रवाना हो गया।
इधर, छात्रा के स्वजन ने खोजबीन शुरू कर दी। पुलिस ने सर्विलांस की मदद ली तो छात्रा की लोकेशन आगरा कैंट और फिर दिल्ली रेलवे स्टेशन मिली। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज चेक किए। दिल्ली में रेलवे पुलिस से संपर्क किया तो पता चला कि छात्रा महाबोधि एक्सप्रेस में एक युवक के साथ सवार हुई है।
आगरा पुलिस ने जीआरपी को सक्रिय कर छात्रा का फोटो वाट्सएप पर भेज दिया। कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर जीआरपी और रेलवे पुलिस फोर्स की मदद से छात्रा को ट्रेन से बरामद कर लिया। छात्रा ने बताया कि वह मंजीत के बहकावे में आ गई थी।
इंस्पेक्टर ने बताया, छात्रा को स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया है। आरोपित युवक हत्थे नहीं चढ़ा। फ्री फायर भी पबजी की तरह खेला जाने वाला आनलाइन गेम है। इसमें कई खिलाड़ी एक साथ आनलाइन खेलते हैं। यह गेम चार दिसंबर, 2018 को जारी किया गया था।