भारतीय आयुष क्षेत्र 2023 तक वैश्विक स्तर पर अपनी हिस्सेदारी 23 बिलियन अमेरिकी डॉलर कर लेगा : सर्बानंद सोनोवाल

नई दिल्ली : केन्द्रीय आयुष तथा पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री ने आज नागपुर में आयुर्वेद व्यासपीठ के रजत जयंती समारोह के समापन कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम में गोवा के मुख्यमंत्री  प्रमोद सावंत, आरएसएस प्रमुख  मोहन भागवत सहित आयुर्वेद के अन्य प्रमुख चिकित्सक, वैद्य और आयुष मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल हुए।

इस अवसर पर बोलते हुए, सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, “आयुर्वेद उन बेहतरीन पद्धतियों में से एक है जो पांच हजार साल से अधिक की हमारी समृद्ध विरासत से उभरी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘वोकल फॉर लोकल’ के आह्वान ने मानव जीवन को समृद्ध बनाने के व्यापक अनुभवों के साथ भारतीय पारंपरिक पद्धतियों को बढ़ावा दिया है।

अन्य पारंपरिक औषधीय पद्धतियों के साथ-साथ आयुर्वेद की व्यापक स्वीकार्यता ने वैश्विक स्तर पर आयुष क्षेत्र को बढ़ावा दिया है और हमारा यह मानना ​​है कि भारतीय आयुष क्षेत्र 2023 तक कम से कम 23 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बाजार पर अपना कब्जा जमा लेगा। आयुष मंत्रालय हमारे आयुष क्षेत्र को वांछित समय सीमा के भीतर इस लक्ष्य तक पहुंचने में समर्थ बनाने के लिए कई पहल भी कर रहा है।”

Banner Ad

केन्द्रीय मंत्री ने कहा, “आयुर्वेद व्यासपीठ 25 वर्षों से निस्वार्थ भाव से राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम आयुर्वेद के बारे में जागरूकता पैदा करने में इस संस्थान द्वारा निभाई गई महती भूमिका को स्वीकार करते हैं। यह बेहद महत्वपूर्ण है कि शिक्षा, अनुसंधान, 

वैज्ञानिक जांच के साथ-साथ आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार तर्कसंगत एवं वैज्ञानिक मूल्यांकन प्रक्रिया के अनुरूप किया जाए। मैं विशेषज्ञों, वैद्यों, दवा निर्माताओं और इस क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों से इस दिशा में काम करने और उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने का आह्वान करता हूं।”

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter