वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के पहले चरण का उद्घाटन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में जब भी औरंगजेब पैदा हुआ, तब इस मिट्टी से शिवाजी का भी उदय हुआ। यह देश, बाकी दुनिया से अलग है।
प्रधानमंत्री ने वाराणसी की सभ्यता और विरासत की प्रशंसा की और कहा कि कई सल्तनतों का उदय और पतन हुआ, लेकिन बनारस बना रहा मोदी ने कहा, ‘‘ आक्रमणकारियों ने इस शहर पर हमला किया। इसे नष्ट करने की कोशिश की। औरंगजेब के अत्यचार और आतंक का इतिहास गवाह है।
उसने कट्टरता से संस्कृति को दबाने की कोशिश की। लेकिन इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से अलग है। यहां अगर (मुगल सम्राट) औरंगजेब आया, तो (मराठा योद्धा) शिवाजी का भी उदय हुआ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर सलार मसूद आगे बढ़ा तो राजा सुहेलदेव जैसे योद्धाओं ने इस देश की एकता की ताकत का उसे अहसास कराया।’’ मोदी ने कहा, ‘‘काशी विश्वनाथ धाम का पूरा नया परिसर केवल शानदार इमारत नहीं है बल्कि भारत की ‘सनातन संस्कृति’, हमारे अध्यात्म और भारती की प्राचीनता व परंपरा का प्रतीक है। ’’
छत्रपति शिवाजी महाराज के चरण यहाँ पड़े थे।
रानीलक्ष्मी बाई से लेकर चंद्रशेखर आज़ाद तक, कितने ही सेनानियों की कर्मभूमि-जन्मभूमि काशी रही है।
भारतेन्दु हरिश्चंद्र, जयशंकर प्रसाद, मुंशी प्रेमचंद,पंडित रविशंकर, और बिस्मिल्लाह खान जैसी प्रतिभाएं
इस स्मरण को कहाँ तक ले जाया जाये: PM
— PMO India (@PMOIndia) December 13, 2021
प्रधानमंत्री ने कहा कि मंदिर परिसर जो पहले मात्र 3000 वर्ग फुट का था, वह बढ़कर अब करीब पांच लाख वर्ग फुट हो गया है। अब 50 से 70 हजार श्रद्धालु मंदिर परिसर में आ सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ नया इतिहास बना है और हमारा सौभाग्य है कि हम इसके गवाह बने हैं।’’ मोदी ने अपने भाषण के दौरान स्थानीय बोली का भी इस्तेमाल किया।
अपने निर्वाचन क्षेत्र आने के बाद मोदी ने काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की और गंगा नदी में डुबकी लगाई। वह वहां से पवित्र गंगाजल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर आए।
प्रधानमंत्री मोदी का काफिला जब शहर से गुजर रहा था, तब लोग मंत्रोच्चारण कर रहे थे। प्रधानमंत्री भी कुछ स्थानों पर रुके और लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
मैं आपसे देश के लिए तीन संकल्प चाहता हूं… pic.twitter.com/8YuH6p1mnq
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2021
काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन से पहले मोदी ने एक प्रार्थना समारोह में हिस्सा लिया। इसके बाद उन्होंने इस परियोजना में कार्य करने वाले मजदूरों पर उनके कार्य के लिए आभार व्यक्त करने के लिए गुलाब की पंखुड़ियां बरसाईं। वह समूह तस्वीर के लिए उनके साथ बैठे। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और देशभर से आए साधु संत भी मौजूद थे।