भोपाल में होगा शूटिंग वर्ल्ड कप : 33 देशों के 325 खिलाड़ी लगायेंगे निशाना , 20 से 27 मार्च तक चलेगी चेम्पियनशिप

भोपाल  : मध्यप्रदेश में हाल ही में विभिन्न राज्यों के खिलाड़ियों ने खेलो इण्डिया यूथ गेम्स में हिन्दुस्तान का दिल धड़काया था। अब मध्यप्रदेश पुन: तैयार है अंतर्राष्ट्रीय चेम्पियनशिप की मेजबानी के लिये। भोपाल के बिसनखेड़ी स्थित मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी में 20 से 27 मार्च तक आईएसएसएफ वर्ल्ड कप रायफल/पिस्टल शूटिंग चेम्पियनशिप देश की पहली 83 मी.x27 मी. वातानुकूलित इण्डोर रेंज में होगी। इसमें 33 देशों के 325 खिलाड़ी एवं 75 ऑफिशियल्स शामिल होंगे।

आईएसएसएफ वर्ल्ड कप भारतीय राष्ट्रीय रायफल महासंघ (NRAI) नई दिल्ली के तकनीकी सहयोग से किया जा रहा है। साथ ही तकनीकी सहयोग के लिये एसआईयूएस स्विटजरलैण्ड के 4 एक्सपर्ट भी भोपाल आयेंगे। चेम्पियनशिप के लिये मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी में निर्धारित मानकों के अनुसार फायनल रेंज का निर्माण किया गया है, जिसमें रायफल और पिस्टल के सभी इवेंट के फायनल होंगे। 10 मीटर, 25 मीटर एवं 50 मीटर के फायनल रेंज में अत्याधुनिक स्कोर बोर्ड और टार्गेट स्थापित किये गये हैं। फायनल रेंज में लगभग 375 दर्शकों की बैठक व्यवस्था की गई है।

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी बिशनखेड़ी में 37 एकड़ क्षेत्रफल में बनी है, जो देश की सबसे अत्याधुनिक शूटिंग अकादमी है। अकादमी परिसर में छात्रावास भी बनाया गया है, जिसमें लगभग 240 खिलाड़ियों के रूकने की व्यवस्था है। छात्रावास में लायब्रेरी, मिनी जिम, डायनिंग एरिया, मेडिटेशन हॉल, एन्टरटेनमेंट जोन आदि की भी व्यवस्था है।

Banner Ad

दिव्य कला मेला 12 से 21 मार्च तक भोपाल हाट में : सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने बताया कि केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 12 से 21 मार्च तक भोपाल हाट में दिव्य कला मेला लगेगा। मेले का शुभारंभ 12 मार्च को शाम 5 बजे होगा। मंत्री सिंह ने कहा कि दिव्यांगजन के उत्पादों की ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए केन्द्र सरकार द्वारा नेशनल हैंडिकेप्ड फायनेंस एण्ड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एनएचएफडीसी) के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर मेले लगाये जाते हैं। मेलों में बड़ी संख्या में लोग दिव्यांगजनों की कला उत्पाद को सराहने के साथ उनके उत्पाद खरीदते भी हैं।

मंत्री पटेल ने बताया कि मेलों और प्रदर्शनियों में स्टॉल नि:शुल्क आवंटित किये जाते हैं। दिव्यांगजन को उद्यमी और शिल्पकार के रूप में विकसित करने का यह एक बेहतर अवसर है। एनएचएफडीसी इन्हें ऋण के रूप में वित्तीय सहायता भी देता है।

दिव्य कला मेला दिसम्बर 2022 में नई दिल्ली और 16 से 25 फरवरी तक मुम्बई के एमएमआरडी ग्राउंड में किया जा चुका है। इनमें न केवल लोगों की भीड़ उमडी दिव्यांगजनों की कला और उत्पादों को पहचान मिलने के साथ आय में बढ़ोत्तरी भी हुई।

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter