लखनऊ : उप्र में विभिन्न स्थानों पर हुई तेज बारिश के दौरान वज्रपात से 29 लोगों की मौत हो गई। 23 लोग झुलस गए। प्रयागराज में पूरे दिन गरज तड़क के साथ रह-रहकर बारिश होती रही।
यहां कोरांव थाना क्षेत्र में तीन, बारा में तीन और करछना में एक व्यक्ति की जान गई। सोरांव तहसील में विभिन्न स्थानों पर छह लोग जान गवां बैठे। मृतकों में एक बालक, दो किशोर, तीन किशोरियां और तीन महिलाएं और अन्य अधेड़ और बुजुर्ग हैं।
एडीएम (वित्त एवं राजस्व) एमपी सिंह ने बताया कि वज्रपात से मरने वालों का विवरण और नुकसान की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। मृतक आश्रितों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
छह भैंस और पांच बकरा, बकरियों की मौत भी वज्रपात से हुई है। कौशांबी में वज्रपात से चायल तहसील क्षेत्र में दो लोगों ने जान गंवाई जबकि एक मौत मंझनपुर तहसील क्षेत्र में हुई।
प्रतापगढ़ में वज्रपात से लालगंज तहसील क्षेत्र में धान की रोपाई कर रहे युवक की जान चली गई। यहां पांच अन्य झुलस गए। उधर, कानपुर और आसपास के जिलों में रविवार को बारिश के दौरान बिजली गिरने से 12 लोगों की मौत हो गई और 14 झुलस गए। वहीं, पांच मवेशी भी मर गए।
बिजली गिरने से फतेहपुर में तीन महिलाओं सहित पांच, कानपुर देहात में तीन युवकों, हमीरपुर में एक वृद्ध किसान, उन्नाव में चचेरे भाई-बहन, बांदा में एक युवती की मौत हो गई।
फर्रुखाबाद में वज्रपात से नौ और फतेहपुर में पांच ग्रामीण झुलस गए। उरई के महेबा में तीन भैंसों और चित्रकूट दो भैंसों की मौत हो गई। वहीं जालौन में एक घर पर बिजली गिरने से छत क्षतिग्रस्त हो गई, कई गांवों में उपकरण फुंक गए।