वित्त वर्ष 2025-26 की शुरुआत खनिज और अलौह धातु उत्पादन के क्षेत्र में सकारात्मक संकेतों के साथ हुई है। मार्च 2025 में खनन और उत्खनन क्षेत्र के लिए खनिज उत्पादन का सूचकांक मार्च 2024 की तुलना में 0.4 प्रतिशत बढ़कर 156.8 पर पहुंचा। इस अवधि में लौह अयस्क, मैंगनीज अयस्क और जस्ता सांद्र जैसे खनिजों के उत्पादन में तेज़ वृद्धि देखी गई।
मार्च 2025 में लौह अयस्क का उत्पादन 5.7% बढ़कर 25.9 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) रहा। मैंगनीज अयस्क में 9.7% की वृद्धि के साथ उत्पादन 0.39 MMT हुआ, जबकि जस्ता सांद्र का उत्पादन 5.5% बढ़कर 0.19 MMT रहा।
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अप्रैल 2025 में उत्पादन आंकड़े उत्साहजनक : अनंतिम आंकड़े भी उत्पादन में वृद्धि की प्रवृत्ति को मजबूत करते हैं।
● बॉक्साइट : उत्पादन 13.9% बढ़कर 2.13 MMT
● चूना पत्थर : 1.2% बढ़कर 40.5 MMT
● सीसा व जिंक अयस्क : 2.4% बढ़कर 1.27 MMT
● जिंक कंसन्ट्रेट : 7.7% बढ़कर 0.14 MMT

लौह अयस्क का उत्पादन वित्त वर्ष 2024-25 में रिकॉर्ड 289 MMT तक पहुंचा, जो कुल MCDR खनिज उत्पादन मूल्य का लगभग 70% है।
अलौह धातु उत्पादन में भी वृद्धि : वित्त वर्ष 2025-26 के पहले महीने में प्राथमिक एल्युमीनियम उत्पादन में 1.5% की वृद्धि दर्ज की गई, जो अप्रैल 2024 के 3.42 लाख टन से बढ़कर अप्रैल 2025 में 3.47 लाख टन रहा। परिष्कृत तांबे का उत्पादन भी 15.6% की बढ़ोतरी के साथ 0.52 लाख टन तक पहुंच गया।
औद्योगिक गतिविधियों को मिल रहा समर्थन : भारत वर्तमान में विश्व का दूसरा सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक और परिष्कृत तांबे में शीर्ष-10 उत्पादक देशों में शामिल है। इस क्षेत्र में लगातार हो रही वृद्धि ऊर्जा, निर्माण, ऑटोमोटिव और मशीनरी जैसे उद्योगों में मजबूत आर्थिक गतिविधि का संकेत देती है।