जर्मनी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज जर्मनी के शहर म्यूनिख पहुंचे। वहां रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों ने मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों से बातचीत भी की। मोदी जी-7 देशों और आमंत्रित अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ विचार-विमर्श में भाग लेने के अलावा विभिन्न मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ताएं भी करेंगे। जी-7 देशों में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमरीका शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि वे विश्व नेताओं से सार्थक बातचीत करने के इच्छुक हैं। यात्रा से पहले मोदी ने एक बयान में कहा था कि वे जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ के निमंत्रण पर जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जर्मनी जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले महीने भारत-जर्मनी अंतर सरकारी परामर्श के बाद शोल्ज़ से फिर मिलना काफी सुखद होगा।
जर्मनी ने अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका जैसे लोकतांत्रिक देशों को भी सम्मेलन में आमंत्रित किया है। इसमें यूरोपीय संघ का प्रतिनिधित्व यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स माइकल और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वोन डेर लियन करेंगी।
प्रधानमंत्री का प्रस्थान वक्तव्य
पीएम बाले मैं जर्मनी की अध्यक्षता के तहत जी7 शिखर सम्मेलन के लिए जर्मनी के चांसलर माननीय ओलाफ स्कोल्ज के निमंत्रण पर जर्मनी के श्लॉस एल्मौ का दौरा करूंगा। पिछले महीने अत्यंत सार्थक रहे भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श (आईजीसी) के बाद चांसलर स्कोल्ज से फिर से भेंट करना मेरे लिए बड़ी प्रसन्नता की बात होगी।
मानवता को बुरी तरह प्रभावित कर रहे महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने के प्रयासों के तहत जर्मनी ने अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका जैसे अन्य लोकतांत्रिक देशों को भी जी7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया है।
इस शिखर सम्मेलन के विभिन्न सत्रों के दौरान मैं पर्यावरण, ऊर्जा, जलवायु, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, आतंकवाद का मुकाबला करने, महिला-पुरुष समानता और लोकतंत्र जैसे सामयिक मुद्दों पर जी7 के सदस्य देशों, जी7 के भागीदार देशों और आमंत्रित अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ विचारों का आदान-प्रदान करूंगा। मैं शिखर सम्मेलन के दौरान इसमें भाग लेने वाले जी-7 के कुछ सदस्य देशों और आमंत्रित देशों के राजनेताओं से अलग से मिलने के लिए उत्सुक हूं।