Bhopal News : भोपाल । सरकार की पहल शहरी क्षेत्रों में नागरिकों को सशक्त और उनके जीवन को आसान बनाएगी। साथ ही शहरी नियोजन को बढ़ाएगी और भूमि संबंधी विवादों को कम करेगी। यह बात मुख्यमंत्री डा. मोहन सिंह यादव ने रायसेन में शहरी भूमि सर्वेक्षण ‘‘नक्शा’’ के राष्ट्रीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री डा.यादव और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ड्रोन उड़ाकर सिटी सर्वेक्षण प्रोग्राम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमि सबसे मूल्यवान सम्पत्ति होती है, इसलिए सुरक्षा और वित्तीय स्थिरता के लिए सटीक और पारदर्शी रिकार्ड होना जरुरी है। नक्शा कार्यक्रम से शहरी क्षेत्रों में ड्रोन के माध्यम से सर्वे कराकर भूमि अभिलेखों का निर्माण और आधुनिकीकरण किया जाएगा। जिससे भूमि स्वामित्व की पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहाकि हमारे किसान भाइयों की भी आय बढ़ रही है। इस वर्ष 2600 रुपये क्विंटल के मान से किसानों से गेंहूं उपार्जित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहाकि सरकार द्वारा उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए अनेक सुविधाएं दी जा रही हैं। नवीन कारखाने स्थापित कर युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का काम हमारी सरकार कर रही है। उन्होंने कहाकि प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
दस से अधिक गाय का पालन करने वाले गौपालकों को सरकार द्वारा अनुदान दिया जाएगा। इसके अलावा हमारी माताओं-बहनों को स्व-सहायता समूहों से जोड़कर उनको आत्मनिर्भर बनाने का काम सरकार कर रही है। मध्यप्रदेश हरित प्रदेश है।
प्रदेश में वर्ष 2003-04 के बाद लगातार सिंचाई रकबे में वृद्धि होने से कृषि उत्पादकता में वृद्धि हुई है। वर्ष 2003 के पहले जहां प्रदेश में सात लाख हैक्टेयर सिंचित क्षेत्र था, वहीं आज प्रदेश में लगभग 48 लाख हैक्टेयर से अधिक क्षेत्र सिंचित है।
उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य प्रदेश में एक लाख हैक्टेयर सिंचित क्षेत्र करने का है। प्रदेश में तीन बड़ी नदी जोड़ो परियोजनाओं के साथ अन्य वृहद सिंचाई परियोजनाओं से हम यह लक्ष्य हासिल करेंगे।

शहरी क्षेत्र में ड्रोन से होगा सर्वे : केन्द्रीय कृषि मंत्री चौहान ने कहाकि रायसेन में जो कार्यक्रम हो रहा है, वह केवल रायसेन और प्रदेश का नहीं, पूरे देश का कार्यक्रम है। रायसेन से देश के 26 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों के 152 शहरी स्थानीय निकायों में शहरी भूमि सर्वेक्षण नक्शा पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहाकि शहरी क्षेत्रों में ड्रोन से सर्वे होगा और नक्शा बनाकर भूमि स्वामी को दिया जाएगा। नक्शा नहीं होने से कई परेशानियां होती हैं। अब नागरिकों के पास उनकी जमीन का व्यवस्थित रिकार्ड होगा। लैण्ड रिकॉर्ड के क्षेत्र में क्रांति शुरू हुई है।