रामेश्वरम : वर्तमान में मदुरै, परमकुडी, रामनाथपुरम, मंडपम, रामेश्वरम और धनुषकोडी जैसे क्षेत्रों के बीच आवाजाही मुख्यतः 2-लेन एनएच-87 और राज्य राजमार्गों पर निर्भर है, जो अत्यधिक भीड़भाड़ और धीमी गति का सामना करते हैं। इस नई परियोजना के तहत इन समस्याओं का समाधान करते हुए 4-लेन सड़क बनाई जाएगी, जिससे यात्रा समय कम होगा, सड़क सुरक्षा में सुधार होगा और स्थानीय निवासियों को सुगम परिवहन सुविधा मिलेगी।
मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी का उदाहरण : निर्माणाधीन गलियारा दक्षिणी तमिलनाडु के पाँच प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों — NH-38, NH-85, NH-36, NH-536 और NH-32 — तथा तीन राज्य राजमार्गों से जुड़ेगा। इसके साथ ही यह परियोजना मदुरै और रामेश्वरम रेलवे स्टेशन, मदुरै हवाई अड्डा, और पंबन व रामेश्वरम के लघु बंदरगाहों से भी सीधे जुड़ाव स्थापित करेगी। इससे माल और यात्री यातायात में गति आएगी, और क्षेत्रीय लॉजिस्टिक्स को नई ऊर्जा मिलेगी।
आर्थिक विकास और पर्यटन को बढ़ावा : परियोजना के पूरा होते ही यह खंड न केवल रामनाथपुरम, अचुंदनवयाल, सथिराकुडी और परमकुडी जैसे बढ़ते कस्बों की कनेक्टिविटी को बेहतर करेगा, बल्कि रामेश्वरम और धनुषकोडी जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों तक यातायात आसान बनाएगा। इससे धार्मिक पर्यटन को नई गति मिलेगी और स्थानीय व्यवसायों को अवसर मिलेगा।
रोजगार और क्षेत्रीय प्रगति : सरकारी आंकड़ों के अनुसार, यह परियोजना लगभग 8.4 लाख व्यक्ति-दिन प्रत्यक्ष रोजगार और 10.5 लाख व्यक्ति-दिन अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करेगी। निर्माण और उससे जुड़ी गतिविधियों से स्थानीय स्तर पर आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी, जिससे क्षेत्र में विकास और समृद्धि के नए रास्ते खुलेंगे।
विशेषता | विवरण |
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परियोजना का नाम | 4-लेन परमकुडी-रामनाथपुरम खंड |
कुल लंबाई | 46.7 किमी |
गलियारा | मदुरै-धनुषकोडी (NH-87) |
कुल पूंजीगत लागत | ₹1,853.16 करोड़ |
सिविल लागत | ₹997.63 करोड़ |
भूमि अधिग्रहण लागत | ₹340.94 करोड़ |
निर्माण मोड | हाइब्रिड एन्युटी मोड (HAM) |
जुड़े राष्ट्रीय राजमार्ग | NH-38, NH-85, NH-36, NH-536, NH-32 |
जुड़े राज्य राजमार्ग | SH-47, SH-29, SH-34 |
जुड़े शहर/कस्बे | मदुरै, परमकुडी, रामनाथपुरम, रामेश्वरम |
मल्टी-मॉडल नोड्स | मदुरै एयरपोर्ट, रामेश्वरम व पंबन पोर्ट, रेलवे स्टेशन |
अनुमानित AADT (2025) | 12,700 पीसीयू |