शिक्षक और किसान के बेटों ने जिले का बढ़ाया मान : यूपीएस परीक्षा में मृदुल शिवहरे और पियूष दुबे ने हांसिल की उत्कृष्ट रैंक

Datia News : दतिया। संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में दतिया जिले के दो होनहार बेटों ने उत्कृष्ट रैंक हांसिल कर दतिया जिले का पूरे देश और प्रदेश में नाम रोशन किया है। यह उपलिब्ध हांसिल करने वाले मृदुल शिवहरे को जहां पहली बार में ही इस परीक्षा में सफलता मिली वहीं पियूष दुबे को अपना लक्ष्य दूसरे प्रयास में मिल सका।

संघ लोक सेवा आयोग द्वारा सिविल सेवा परीक्षा 2021 का परिणाम सोमवार को घोषित किया गया। जिसमें जिले के दो होनहार बेटों ने यूपीएससी में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त कर पूरे देश व प्रदेश में दतिया का नाम रोशन कर दिया। दतिया निवासी मृदुल शिवहरे एवं भांडेर क्षेत्र के ग्राम केवलारी निवासी पियूष दुबे ने इस परीक्षा में अच्छी रेंक प्राप्त की है।

इस परीक्षा में मृदुल शिवहरे ने 247वीं एवं भांडेर के पियूष दुबे ने 283वीं रेंक प्राप्त की है। प्रशासनिक सेवा में जाने के अपने जुनून के बारे में मृदुल और पियूष का कहना है कि लगातार अपनी मेहनत और एकाग्रता के दम पर उन्होंने यह सफलता हासिल की है।

संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में देशभर में 247वीं रैंक हासिल करने वाले मृदुल शिवहरे का मानना है कि हार्ड वर्क करने के साथ-साथ पढ़ाई और परीक्षा के लिए एक सही प्लानिंग की आवश्यकता होती है। तभी हम सफलता हांसिल कर सकते हैं।

वहीं पियूष बताते हैं कि उन्होंने अपना लक्ष्य निर्धारित कर हमेशा तैयारी पर ध्यान लगाया। लक्ष्य पाने में कई कठिनाईयां भी आई। लेकिन संकल्प मजबूत होता है तो फिर कोई बाधा रास्ता नहीं राेक सकती। बस यही मानकर मेहनत की जिसमें सफलता मिली।

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मृदुल को पहले ही प्रयास में मिली सफलता : देशभर में 247वीं रेंक प्राप्त करने वाले मृदुल िशवहरे के पिता प्रेमप्रकाश शिवहरे दतिया के बरगांय प्राइमरी स्कूल में शिक्षक हैं। वहीं मृदुल के दादाजी अमान प्रसाद भी पेशे से शिक्षक थे जो वर्तमान में सेवानिवृत्त हो चुके हैं। बडौनी निवासी मृदुल अपने परिवार के साथ 15 वर्षों से दतिया की बुंदेला कालौनी में निवास करते हैं।

मृदुल ने बताया कि उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा दतिया में लेने के बाद बीए राजनीति शास्त्र से इंदौर में किया और उसके बाद वह दो साल यूपीएसी की तैयारी के लिए दिल्ली चले गए। जहां उन्होंने पहले ही प्रयास में इस संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता हांसिल कर ली। मृदुल का कहना है कि वह शुरू से ही देश व समाज के लिए कुछ करने की इच्छा रखते थे।

परिवार के सदस्यों ने की स्वागत की तैयारी : जिस समय परीक्षा परिणाम घोषित हुआ मृदुल दिल्ली में थे। वह 31 मई को दिल्ली से दतिया पहुंचेंगे। उनका पूरा परिवार मृदुल के घर लौटने की राह देख रहा है। मृदुल के पिता का कहना है कि बेटे की इस सफलता ने उनके शिक्षक होने का मान बढ़ा दिया। एक प्राइमरी शिक्षक का पुत्र होने के नाते उसकी यह कामयाबी समाज के युवाओं को आगे बढ़ने को प्रेरित करेगी। मृदुल की सफलता की खबर फैलते ही देर शाम तक उनके घर शुभकामना देने वालों का तांता लगा रहा।

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बाहर जाना जरुरी नहीं : आज के दौर में यदि किसी स्टूडेंट को लगता है कि किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए घर से बाहर किसी महानगर में जाकर ही तैयारी की जाए, तभी सफलता मिलेगी, ऐसा नहीं है। मेरा निजी अनुभव कहता है कि इंटरनेट के युग में जब सभी कुछ आपकी मुट्ठी (मोबाईल) में उपलब्ध है तो फिर आपको कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है।

यदि आवश्यकता है तो बस धैर्य और लगन की। यह कहना है संघ लोकसेवा आयोग प्रतियोगी परीक्षा में चयनित ग्राम केवलारी, भांडेर निवासी पीयूष दुबे का। सोमवार को जारी परिणाम में पीयूष को 289वीं रेंक हासिल हुई है। पीयूष की इस सफलता पर उनके परिवार में हर्ष का माहौल छाया हुआ है।

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