Datia news : दतिया। स्कूलों में अलाव के सहारे बच्चे पढ़ रहे हैं। सर्दी के सितम के आगे शिक्षक और छात्र दोनों परेशान हैं। बावजूद इसके अभी तक दतिया में स्कूलों की छुटि्टयां नहीं की गई हैं। सुबह की पाली में बच्चे ठंड से ठिठुरते हुए स्कूल पहुंच रहे हैं।
वहीं शिक्षक भी उपस्थिति को लेकर होने वाली कार्रवाई के डर से स्कूल में बच्चों को नियमित आने की हिदायत देते हैं। जबकि शीतलहर के कारण दिन और रात का तापमान लगातार नीचे उतर रहा है। जिससे दतिया में सीवियर कोल्ड जैसे हालात बनने लगे हैं।

सर्दी के कारण जहां आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। वहीं छोटे बच्चे स्कूलों से छुट्टी न मिल पाने के कारण ठिठुरते हुए स्कूल पहुंच रहे हैं। स्कूलों में छुट्टी के आदेश को लेकर दिन भर विभागीयजन भी इंतजार में रहे। लेकिन देरशाम तक इस ओर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जबकि पड़ौसी जिले भिंड, ग्वालियर व शिवपुरी में स्कूलों की छुट्टी शीतलहर के कारण 7 जनवरी तक बढ़ा दी गई है। लेकिन फिलहर इसे लेकर दतिया में अभी इंतजार की स्थिति है।

मंगलवार को शहर सहित पूरे अंचल में सर्दी का प्रकोप रहा। दिन में सुबह 12 बजे तक कोहरा छाया रहा। जिसके बाद सूरज के दर्शन हुए। दिन का सोमवार के मुकाबले 2.5 डिग्री सेल्सियस उतरकर 15 डिसे तक आ पहुंचा। वहीं न्यूनतम पारा भी 0.8 डिसे की गिरावट के साथ 7.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
स्कूलों में अलाव बने बच्चों का सहारा : दतिया में स्कूलों के समय में तो परिवर्तन किया गया। लेकिन बढ़ती शीतलहर के कारण पूरे दिन सर्दी का प्रकोप रहने से स्कूलों का समय परिवर्तन कुछ खास राहत नहीं दे पा रहा। ऐसे में छोटे बच्चों के स्कूलों की छुट्टी की मांग की जाने लगी है।
सर्दी के मौसम में गरीब व कमजोर तबके के स्कूली बच्चे बिना स्वेटर के विद्यालय जाने को मजबूर है। ऐसे में सर्दी से बचाव के लिए स्कूलों में शिक्षक वहां अलाव की व्यवस्था कर रहे हैं। बसई क्षेत्र के ग्राम उर्दना माध्यमिक विधालय के शिक्षक ने बताया कि मंगलवार को शीतलहर का प्रकोप होने के कारण अन्य शिक्षकों की मदद से स्कूल में अलाव जलाकर बच्चों का सर्दी से बचाव किया गया। अलाव के आसपास बैठाकर ही क्लास लगाई गई। यही स्थिति अन्य स्कूलों में भी देखने को मिल रही है।