Datia news : दतिया। गांव में तेंदुए के आतंक को लेकर ग्रामीण दहशत में है। इसे लेकर गांव के लोग अब रतजगा करने लगे हैं। पशु पालकों को चिंता सता रही है कि कहीं फिर से हिंसक जानवर हमला न कर दें। तीन दिन पहले ऐसे ही हिंसक वन्यजीव के हमले से 18 भेडों की जान चली गई थी।
शनिवार को क्षेत्रीय विधायक फूलसिंह बरैया खिरियासाहब पंचायत के ग्राम वैधारी पहुंचे। जहां उन्होंने अज्ञात हिंसक पशु के आक्रमण में पालतू भेड़े गंवाने वाले पशुपालक अखिलेश पाल से मुलाकात कर घटना की जानकारी लेते हुए मौके पर मौजूद कुछ घायल भेड़ों तथा घटनास्थल का निरीक्षण किया।
इस दौरान मौजूद स्थानीय ग्रामीणों ने विधायक को अवगत कराया कि क्षेत्र में तेंदुए की मौजूदगी है और इस कारण से न केवल पालतू पशुओं साथ ही, हम लोगों का जीवन भी संकट में पड़ गया है।
हालांकि अभी तक इस बात की अधिकृत पुष्टि नहीं हो पाई है कि जिस हिंसक पशु के आक्रमण में नौ अक्टूबर को 18 भेड़ों की मौत हुई थी, वह हिंसक पशु तेंदुआ ही है।
ग्रामीणों से चर्चा कर विधायक ने यथासंभव मदद किए जाने का आश्वासन देते हुए पीड़ित पशुपालक अखिलेश पाल को विधायक निधि से आर्थिक मदद दिए जाने तथा नियमानुसार वन्य विभाग से भी आर्थिक मदद दिलाए जाने का आश्वासन दिया है।
इस घटना को लेकर अखिलेश पाल ने बताया कि लोगों से उधार लेकर एक लाख 70 हजार में उसने करीब डेढ़ दर्जन भेड़ें मार्च में खरीदीं थीं। जो बढ़कर 25 हो गई थीं।
लेकिन नौ अक्टूबर के हिंसक पशु के हमले में 18 भेड़ों की उसी दिन मौत हो गई थी। शेष बची सात भेड़ों में से तीन ने शनिवार को दम तोड़ दिया। शेष चार भी जीवन-मौत की लड़ाई लड़ते हुए अंतिम सांसें गिन रही हैं। जिनकी कभी भी मौत हो सकती है।