सिपाही की गाड़ी में ग्वालियर तक पहुंचा था लापता बालक मयंक का शव, सिपाही बोला बार-बार परेशान कर रहा था इसलिए दबा दिया गला

Datia News : दतिया। दतिया से लापता हुए 8 वर्षीय बालक मयंक सेन का शव ग्वालियर में मिलने के रहस्य का जल्दी खुलासा होने की उम्मीद है। पुलिस के हाथ ऐसे अहम सुराग लगे हैं जो सीधे बालक के हत्याकांड से जुडे़ हैं। ऐसे में पुलिस इस हत्या के मामले की गुत्थी सुलझाने में जुट गई है। सबसे बड़ी बात हत्याकांड में ग्वालियर के ही एक सिपाही की संलिप्तता भी सामने आई है। जिसकी गाड़ी से शव दतिया से ग्वालियर तक पहुंचा था।

गत 4 मई को दतिया से लापता हुए 8 वर्षीय किशोर मयंक पुत्र संजीव सेन निवासी पंचशील नगर कालौनी का शव घटना के दो दिन बाद ग्वालियर में साइंस कालेज के पास से बरामद हुआ था। इस मामले की जांच के लिए दतिया पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम बनाई थी। जो इस मामले की जांच कर रही है।

इसी बीच ग्वालियर पुलिस ने मृत किशोर का शव बरामद कर उसका पीएम कराया तो यह बात सामने आई कि उसकी हत्या गला दबाकर की गई है। इसके बाद पुलिस ने वहां सुराग तलाशे तो पता चला कि एक काले रंग की कार मौके पर मौजूद थी।

जिसके आधार पर जब छानबीन की गई तो पुलिस ट्रेनिंग सेंटर तिघरा के एक सिपाही रवि शर्मा की इस मामले में संलिप्तता सामने आई। जिसे पूछतांछ के लिए दतिया पुलिस को सौंपा गया है।

पुलिस पूछतांछ में सिपाही रवि शर्मा ने बताया कि बुधवार 4 मई को वह दतिया में मां पीतांबरा की रथयात्रा में ड्यूटी करने अपनी कार क्रमांक एमपी07 सीजी-6380 से आया था। वापिसी के दौरान उसके साथी हवलदार भी कार में लौटे थे।

जिन्हें उसने रात 11 बजे झांसी रोड थाने के पास छोड़ दिया था। जब सिपाही ने घर जाकर कार देखी तो पीछे की सीट के नीचे एक बच्चे का शव डला था। यह देखकर उसके होश उड़ गए। उसने चुपचाप शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया।

जिसके बाद विवेकानंद तिराहा झांसी रोड पर शव फेंककर भाग गया। सिपाही के इस बयान पर पुलिस को शंका है। सिपाही रवि शर्मा से दतिया पुलिस द्वारा हत्या के मामले में पूछतांछ किए जाने की जानकारी मिली। सूत्रों के मुताबिक इधर इस बारे में पुलिस के सिपाही का एक और बयान सामने आया है जिसमें उसका कहना है कि रथ यात्रा वाले दिन मयंक बार-बार घुसने की कोशिश कर रहा था और उससे कुछ खाने के लिए मांग रहा था, जिसके कारण उसने गुस्से में उसे धक्का दे दिया। धक्का लगने से बालक बेहोश हो गया। जिसे उठाकर उसने कार की डिग्गी में डाल दिया था। फिलहाल इन सभी बयानों की पुलिस जांच कर रही है।

रथयात्रा देखने निकला था किशाेर : ग्वालियर में मृत पाया गया किशोर मयंक 4 मई की दोपहर अपने घर से रथयात्रा देखने जाने की बात कहकर निकला था। उसके बाद वह वापिस नहीं लौटा। मयंक की मां भी नहीं है। जिसके कारण वह बाहर आता जाता था। उसका पिता सैलून चलाता है। लेकिन जब मयंक घर वापिस नहीं लौटा तो उसने इस मामले में कोतवाली पुलिस को सूचना दी।

जिसके बाद किशोर के लापता होने का मामला दर्ज किया गया था। किशोर का शव मिलने को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं भी हो रही हैं। वहीं यह शंका भी जताई जा रही है कि कहीं किसी तांित्रक क्रिया के लिए तो किशोर की जान नहीं ले ली गई। अभी इन सब सवालों के जबाब पुलिस तलाशने में जुटी है। सूत्रों की मानें तो पुलिस जल्दी ही इस पूरे मामले का ख्ुलासा करने वाली है।

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