Datia news : दतिया। शनिवार दोपहर सेवढ़ा के छोटे पुल को पार कर रही बुलेरो सामने आती साइकिल को बचाने के चक्कर में सिंध नदी में जा गिरी। गनीमत यह रही की बुलेरो नदी के पथरीले स्थान पर गिरी। जिसके कारण उसमें पानी नहीं भरा। हादसे में वाहन में सवार सभी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें आसपास मौजूद लोगों ने मददकर बुलेराे से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। जहां अनवर नामक व्यक्ति ने उपचार के लिए रेफर करते समय दमतोड़ दिया।
पुल से 15 फिट नीचे सिंध नदी में जा गिरी बुलेरो का एक गेट अचानक खुल जाने से उसमें सवार व्यक्ति पानी में बहने लगा। आसपास के लोगों ने मौके पर पहुंचकर मदद की और काफी मशक्कत कर घायल हुए सवारों को जैसे तैसे बाहर निकाला। इस घटना में जहां एक व्यक्ति की नाजुक हालत में उपचार के लिए ग्वालियर रेफर करते समय मौत हो गई। वहीं दो गंभीर घायल हो गए।
बीते दो माह में यह तीसरी बड़ी घटना है जिसमें अब तक 7 लोगों की जानें जा चुकी है। इससे पहले आधा दर्जन लोग बीते 16 माह में हुई घटनाओं में अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं। पिछले माह ही यहां श्रद्धालुआें से भी ट्रैक्टर ट्राली पलटने से तीन लोगों की मौत हो चुकी है। उसके बाद भी पुल पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हुए। वहीं शनिवार को कार नदी में गिरने की घटना के बाद लोगों में खासा आक्रोश दिखाई दिया।
जानकारी के अनुसार उरई निवासी अनवर खां अपनी वृद्ध मां जीनत का इलाज करवाने के लिए स्वजन के साथ ग्वालियर गए थे। इलाज के बाद शनिवार को वह लौटे तो सिंध नदी के छोटे पुराने पुल से गुजरते वक्त उनकी गाड़ी 15 फीट नीचे नदी में जा गिरी।
जहां गाड़ी गिरी वहां पानी काफी तेज गति से बह रहा था। अनवर की तरफ का गेट खुल गया और वह लहरों के साथ आगे बहने लगे। इसी बीच लोगों ने मौके पर पहुंचकर उन्हें रोका तब तक अनवार के पेट में पानी भर चुका था। आनन फानन में अनवार को सिविल अस्पताल सेवढ़ा भेजा गया।
बोलेरो चालक फिरोज पुत्र अंसार खान के मुताबिक पुल से गुजरते वक्त उसे सामने से आ रही साइकिल दिखी, उसे बचाने के लिए उसने स्टेरिंग को मोड़ा और गाड़ी सीधी नदी में चली गई। प्रत्यक्षदर्शियों और गोताखोरों ने आपदा चौकी के सैनिकों के साथ नदी में उतर कर वाहन के गेट खोलकर एक-एक कर सभी घायलों को बाहर निकाला।
इसमें चालक फिरोज की 7 वर्षीय बेटी रेहान, पत्नी शबनम, ताऊ अनवार खान तथा रिश्तेदार अशरफ खैराती सभी घायल हो गए। अनवर जब अस्पताल पहुंचे तो उनकी हालत गंभीर थी। चिकित्सकों ने उन्हें रेफर किया लेकिन जब तक 108 की आईडी बनती अनवर ने दमतोड़ दिया। अनवर की मां जीनत को भी चिकित्सकों ने ग्वालियर के लिए रैफर किया है।