रोहतक : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के रोहतक में साबर डेयरी प्लांट का लोकार्पण किया। यह संयंत्र देश का सबसे बड़ा दही, योगर्ट और छाछ उत्पादन प्लांट है, जिसे 350 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया गया है।
प्लांट की उत्पादन क्षमता और किसानों को लाभ : इस अत्याधुनिक डेयरी संयंत्र से प्रतिदिन 150 मीट्रिक टन दही, 10 मीट्रिक टन योगर्ट, 3 लाख लीटर छाछ और 10 हज़ार किलो मिठाई का उत्पादन किया जाएगा। इससे हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर के उपभोक्ताओं को सीधे लाभ मिलेगा, साथ ही दूध उत्पादक किसानों की आय में भी वृद्धि होगी। वर्तमान में साबर डेयरी राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश और बिहार के किसानों को सेवा प्रदान कर रही है।
डेयरी क्षेत्र में विकास और लक्ष्य : भारत का डेयरी सेक्टर पिछले एक दशक में तेज़ी से बढ़ा है। वर्ष 2014-15 में जहां दुग्ध उत्पादन 146 मिलियन टन था, वहीं अब यह बढ़कर 239 मिलियन टन हो गया है। दूध देने वाले पशुओं की संख्या भी 86 मिलियन से बढ़कर 112 मिलियन तक पहुंच गई है। वर्तमान में देश की दुग्ध प्रसंस्करण क्षमता 660 लाख लीटर प्रतिदिन है, जिसे वर्ष 2028-29 तक बढ़ाकर 1,000 लाख लीटर प्रतिदिन करने का लक्ष्य रखा गया है।
सहकारिता समितियों का विस्तार : सरकार ने श्वेत क्रांति 2.0 के तहत देशभर में 75 हज़ार से अधिक नई डेयरी समितियों की स्थापना का लक्ष्य तय किया है। साथ ही 46 हज़ार मौजूदा सहकारी समितियों को और मज़बूत किया जाएगा। हाल ही में केंद्र ने पशु आहार उत्पादन, गोबर प्रबंधन और मृत पशुओं के अवशेषों के उपयोग के लिए तीन राष्ट्रीय सहकारी समितियां भी गठित की हैं।
वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग : साबर डेयरी में आधुनिक तकनीकों के प्रयोग से किसानों को लाभ पहुंचाने की दिशा में काम किया जाएगा। भ्रूण स्थानांतरण, लिंग निर्धारण तकनीक, मधुमक्खी पालन और जैविक खेती जैसे उपायों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके साथ ही गोबर गैस के प्रयोगों को भी हरियाणा में लागू करने की योजना है।