Datia news : दतिया। रतनगढ़ माता मंदिर का गर्भगृह जल्दी ही चांदी से चमक उठेगा। इसके लिए करीब 35 किलो चांदी का इस्तेमाल होगा। जिसकी वर्तमान में कीमत करीब 24 लाख से भी ज्यादा अनुमानित हैं। इसीतरह मां रतनगढ़ के लिए भी नए आभूषण करीब आधा किलो यानि करीब 30 लाख के सोने से तैयार होंगे। यह सोना चांदी दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा दानपेटी में चढ़ाए गए थे। लंबे समय से सोने-चांदी के इन आभूषणों का ना तो कोई दस्तावेजीकरण था और ना ही इनका उपयोग हो पा रहा था।
इस पवित्र स्थान पर माता के दर्शन करने के लिए श्रद्वालु मप्र के अलावा उप्र, राजस्थान सहित देश के विभिन्न भागों से बड़ी संख्या में प्रत्येक वर्ष आते हैं। यहां माता मंदिर पर घंटे तथा कुंवर महाराज मंदिर पर धातु के घोड़े चढ़ाए जाने की परंपरा है। ऐसे में श्रद्वालु अपनी मन्नत पूरी होने पर घंटे और धातु के घोड़े यहां चढ़ाते है। माता रतनगढ़ पर लंबे समय से सोने चांदी के गहने चढ़ाए जाते रहे हैं। लेकिन अभी तक इन आभूषणों का न तो माता के लिए उपयोग हो पाता था और ना ही इनका दस्तावेजीकरण ही हुआ था।
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हाल में प्रशासन के प्रयास से अब इन आभूषणों को गलाकर नए आभूषण और गर्भगृह को रजत जड़ित किया जा सकेगा। संभावना है कि नवरात्र या दोज के लक्खी मेले तक मां के दरबार में इन आभूषणों की चमक बिखरने लगेगी। माना जाता है कि शिवाजी के गुरू रामदास जी द्वारा यह स्थान साढ़े तीन सौ वर्ष से अधिक पहले स्थापित किया गया था। दीपावली के दौज पर यहां लक्खी मेला लगता है। जिसमें सर्पदंश से पीड़ित लोगों के बंध काटे जाते हैं
चांदी से सजेगा दरबार तो सोने के बनेंगे आभूषण : श्रद्वालुओं की भावना काे अब सम्मान देते हुए रतनगढ़ माता के गर्भगृह को इन्हीं आभूषणों की चांदी से सुसज्जित किया जाएगा। साथ ही माता के श्रृंगार के लिए सोने के विशेष आभूषण तैयार कराए जाएंगे। इन आभूषणों की शुद्धता का परीक्षण किया गया।
इस दौरान शुद्ध सोना एवं शुद्ध चांदी में परिवर्तित कराने के लिए आभूषणों को तहसीलदार सेवढ़ा की अध्यक्षता में समिति गठित कर गलवाकर इन्हें शुद्ध धातु में बदलवाया गया। इस पूरी कार्रवाई के दौरान माता रतनगढ़ के पुजारी राजेश कटारे भी उपस्थित रहे।

बक्सों और थैलों में बंद पड़े थे आभूषण : रतनगढ़ वाली माता पर चढ़ने वाले आभूषण एवं कुंवर बाबा मंदिर पर चढ़ाए गए धातु के घोड़े और घंटे उपकोषालय सेवढ़ा में रखे बक्सों एवं थैलों में वर्षों से बंद पड़े थे। पहली बार डिप्टी कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति गठित कर इन आभूषणों का दस्तावेजीकरण कराया गया। शुक्रवार 22 सितंबर को कलेक्टर दतिया संदीप माकिन की अध्यक्षता में इन आभूषणों की तौल करवाई गई।
इन जेबरातों की तौल के दौरान प्रसिद्ध सराफा व्यवसाई अमित अग्रवाल सहित पुलिस अधीक्षक दतिया प्रदीप शर्मा, अपर जिला मजिस्ट्रेट रूपेश उपाध्याय, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कमलेश भार्गव, वन विभाग अधिकारी प्रतिनिधि प्रीति शाक्य, एसडीएम सेवढ़ा प्रतिज्ञा शर्मा, तहसीलदार सेवढ़ा रणजीत कुशवाहा उपस्थित रहे।