Datia news : दतिया। आइपीएल के दौरान सट्टेबाजी बढ़ती जा रही है। इसे लेकर सटोरिए सक्रिय हैं। हाल ही में पुलिस ने भी सट्टा कारोबार चलाने वालों को पकड़ा है। वहीं सट्टे के लेनदेन के लिए भोले भाले ग्रामीणों को लालच देकर उनके बैंक खाते खुलवाने वाले शातिर आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
क्रिकेट के सट्टा कारोबार के लिए खाता उपलब्ध कराने वाले आरोपित को इंदरगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस मामले में आरोपित पर दो वर्ष पूर्व भांडेर थाने में मामला भी दर्ज हुआ था। तभी से वह फरार था।
पुलिस उसे ग्वालियर सिटी सेंटर से गिरफ्तार कर लाई है। टीआई वैभव गुप्ता ने बताया कि करीब दो वर्ष से फरार चल रहे आरोपित अंकेश श्रीवास (रजक) पुत्र रामप्रकाश रजक निवासी गुलारा थाना चिरगांव झांसी को मुखबिर की सूचना पर ग्वालियर से पकड़ा गया।
आरोपित द्वारा अपने साथी अरुण राजपूत निवासी पनारी, फर्जी सिम विक्रेता रोहित परिहार, रविंद्र यादव, शिवा सविता, दुष्यंत यादव,, ऋषभ यादव, निशांत यादव, युवराज यादव एवं दीपक पाल के साथ मिलकर आम लोगों को
बेरोजगारी भत्ता एवं अन्य प्रलोभन देकर उनके खाते विभिन्न बैंकों में खुलवाए जाते थे। उनमें फर्जी सिम लिंक कराकर उक्त खातों का प्रयोग क्रिकेट सट्टा के कारोबार के लेनदेन में किया जाता था।

इस मामले का खुलासा होने पर थाना भांडेर में आरोपित के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया गया था। उक्त अपराध में आरोपित अरुण राजपूत, रविंद्र यादव, शिवा सविता, रोहित परिहार को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
बता दें कि हाल ही में ग्वालियर में क्रिकेट को लेकर सट्टा खिलाने वाले आरोपितों में दतिया के भी युवक पकड़े गए थे।