Datia News : दतिया। गुरुवार को धरना स्थल पर 500 से अधिक लोगों ने पहुंचकर इसे अपना लिखित समर्थन दिया। वहीं निर्णय भी लिया गया कि तीन दिन में अगर मुख्यमंत्री कार्यालय से समय नहीं मिलता तो सनकुआं पर जल सत्याग्रह प्रांरभ होगा। इसके तहत मांग कर रहे लोग क्रमिक रूप से सिंध नदी के अंदर खड़े होकर शासन प्रशासन को ध्यान आकृष्ट करवाएंगे।
सेवढ़ा में नवीन पुल के निर्माण की स्वीकृति की मांग के साथ रविवार को प्रारंभ हुआ आंदोलन लगातार पांचवें दिन गुरुवार को भी जारी रहा। इस दौरान युवा कार्यकर्ताओं ने धरना स्थल पर हस्ताक्षर अभियान चलाया।
साथ ही निर्णय लिया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से समय मिलने में देरी होने की स्थिति में जल्द ही जल सत्याग्रह भी प्रारंभ किया जाएगा। ताकि शासन का ध्यान इस प्रमुख समस्या की ओर आकृष्ट हो सके। इसके अलावा धरने पर बैठे लोगों द्वारा सभी जनप्रतिनिधियों को भी एक एक पत्र सौंपने का निर्णय लिया गया।
धरने के पांचवें दिन आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता भी इसमें शामिल हुए। दूसरी ओर सेवढ़ा के युवाओं द्वारा भोपाल पहुंचकर मुख्यमंत्री कार्यालय में तथा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलकर उन्हें भी ज्ञापन सौंपा गया है। बीते वर्ष अगस्त 2021 में बाढ़ के दौरान सेवढ़ा का प्रमुख पुल बह गया था। तब से क्षेत्र के लोग पुल निर्माण की मांग को लेकर प्रयासरत है।
एक वर्ष में कई बार ज्ञापन धरना प्रदर्शन और बाजार बंद हुए पर पहली बार रविवार से अनिश्चतकालीन आंदोलन प्रांरभ हुआ। बगैर किसी राजनैतिक अथवा सामाजिक संगठन के चल रहे इस आंदोलन में हर जाति वर्ग धर्म के लोग शिरकत कर रहे है। धरना स्थल पर सत्ता एवं विपक्ष के नेताओं द्वारा एकसुर में मुख्यमंत्री से पुल निर्माण की मांग की जा रही है।
इस संबंध में सोमवार को ज्ञापन भी दिया जा चुका है। अब तक शासन प्रशासन ने आंदोलन को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। जबकि धरने पर बैठे लोग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात के बाद ही आगामी रणनीति जारी करने की बात कह चुके है।