ट्रक की टक्कर से सिंध में गिरा पशु विभाग का कर्मचारी तेज बहाव में बहा : रेस्क्यू के दौरान दूसरा युवक भी डूबा, लगातार दो हादसे घटित हुए

Datia News : दतिया। सेवढ़ा के सिंध नदी पर बने छोटा पुल पर हुए दो हादसों में जहां एक युवक की जान चली गई वहीं दूसरा नदी में बह गया। जिसकी देर शाम तक तलाश जारी रही। जानकारी के अनुसार पशु औषधालय खमरोली में पदस्थ कर्मचारी मुलु बघेल पुत्र अनंते बघेल को सोमवार सुबह करीब 8 बजे एक आइशर ट्रक क्रमांक यूपी15 बीटी 0421 ने पीछे से टक्कर मार दी। जिससे मुलु सिंध नदी में जा गिरा और पानी के तेज बहाव में बह गए।

इसी दौरान जब नदी में बहे मुलु को तलाशने के प्रयास चल रहे थे तभी मुन्ना पुजारी निवासी अंगद कालोनी सेवढ़ा का पैर फिसल गया और वह भी नदी में जा गिरा। इसके बाद आसपास अफरा तफरी मच गई। तत्काल स्थानीय लोगों और आपदा चौकी के सैनिकों ने मिलकर किसी तरह युवक को बाहर निकाला।

लेकिन तब तक उसके शरीर में पानी भर गया और कुछ देर में ही मुन्ना ने भी दमतोड़ दिया। इस प्रकार 4 घंटे के अंदर दो लोगों के हादसे का शिकार हो जाने से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।

इस दौरान नदी में बहे मुलु के स्वजन व स्थानीय लोगों में सबसे ज्यादा नाराजगी वहां रखी स्टीमर वोट को लेकर रही। लोगों का कहना था कि आपात स्थिति में स्टीमर में इंजन नहीं रहता। जिसके कारण अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है। मदद के मौके पर स्टीमर में इंजन के लिए घंटों इंतजार करना लोगों की जान पर भारी पड़ रहा है।

देर शाम तक नदी में बहे मुलु की तलाश जारी रही। लेकिन तब तक उसका कोई पता नहीं लग सका था। इन घटनाओं के बाद वहां जमा लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने कुछ देर वहां विरोध प्रदर्शन कर जाम लगाने की कोशिश भी की। लेकिन सेवढ़ा टीआई धीरेंद्र मिश्रा की समझाइश के बाद वह मान गए।

स्टीमर समय पर पहुंचता तो बच सकती थी जान :  लोगों का कहना था कि सनकुआं पर खड़े स्टीमर अगर समय रहते मदद के लिए पहुंच जाता तो जान बचाई जा सकती थी। लेकिन उसका इंजन पिछले 3 माह से सेवढ़ा नहीं रहता। आपदा की स्थिति में इंजन के लिए कई घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। जिले में एक ही इंजन सही है।

जिसकी दतिया में आवश्यकता पड़ती है तो वहां चला जाता है। ऐसे में स्टीमर का सेवढ़ा में रखना बेकार साबित हो रहा है। मुलु के पुत्र भूपेंद्र की रिपोर्ट के बाद डिरोलीपार पुलिस ने आइशर ट्रक और उसके चालक को पकड़ लिया है।

एनडीआरएफ की टीम के साथ स्थानीय लोग भी नदी में डूबे मुलू की तलाश में जुटे रहे। पुलिस का कहना है कि बड़े वाहनों को निकालने के मामले में भी ड्यूटी पर तैनात आरक्षकों से भी पूछतांछ की जाएगी।

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