Datia News : दतिया। बाढ़ प्रभावित गांवों में मदद नहीं पहुंचाए जाने से नाराज ग्राम सुनारी और पाली के ग्रामीणों ने शनिवार सुबह 11.30 बजे गोराघाट-इंदरगढ़ रोड पर सुनारी फैक्ट्री के पास जाम लगा दिया। सैकड़ों की संख्या में मौजूद ग्रामीण उन्हें संकट की घड़ी में राहत सामग्री न दिए जाने पर प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी कर अपना आक्रोश जता रहे थे।
जाम की सूचना प्रशासनिक अमले को दो घंटे बाद लगी। जिसके बाद इंदरगढ़ तहसीलदार सुनील भदोरिया एवं नायब तहसीलदार दीपक यादव मौके पर पहुंचे। जिन्होंने आक्रोशित बाढ़ प्रभावितों को समझाने का प्रयास किया।

कुछ देर बाद कलेक्टर संजय कुमार भी सुनारी और पाली के ग्रामीणों के बीच पहुंच गए। उन्होंने नाराज ग्रामीणों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। जिसके बाद जाम खुल सका।

इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि इंदरगढ़ तहसील के ग्राम सुनारी और पाली में बाढ़ से मची तबाही के बाद पीड़ितों को प्रशासन से सहयोग की आस थी। लेकिन अभी तक प्रशासनिक अमले से किसी भी प्रकार की सुविधा उन्हें मुहैया नहीं हुई है। जिसके चलते उन्हें अपनी आवाज अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए जाम लगाना पड़ा।
आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि सेवढ़ा प्रशासन द्वारा अभी तक कोई आर्थिक सहायता उपलब्ध नहीं कराई गई है। खाने पीने की व्यवस्था भी स्वयंसेवकों द्वारा की जा रही है। प्रशासन की तरफ से खाने के कुछ ही पैकट भेजे जाते हैं, जो सभी प्रभावितों को नहीं मिल पाने से उन्हें परेशान होना पड़ रहा है।
ग्रामीणों के मुताबिक अगर समाजसेवी संगठन उनकी मदद नहीं करते तो उन्हें भूखे ही रहना पड़ता। बाढ़ ग्रस्त गांवों में करीब 400 लोग बेघर हो गए हैं। जिन्हें बरसात के मौसम में टेंट में रहना पड़ रहा है। अभी तक हमें किसी सरकारी बिल्डिंग में शिफ्ट नहीं किया गया। जिसके कारण लोग पानी में भीगते हुए दिन रात गुजार रहे हैं।
ग्रामीणों का आरोप था कि सेवढ़ा एसडीएम सिर्फ कलेक्टर के प्रवास के समय ही नजर आते हैं, जबकि अन्य दिनों में बाढ़ प्रभावितों का हालचाल लेने तक नहीं आए।
कलेक्टर बोल बहकावे में न आएं
जाम खुलवाने पहुंचे दतिया कलेक्टर संजय कुमार ने सुनारी व पाली ग्राम के लोगों को आश्वासन दिया कि सरकार हर संभव मदद करेगी। अभी आप सबको 10 किलो आटा, तेल, चावल, शक्कर एवं अन्य जरुरतों की चीजें उपलब्ध कराई जा रही हैं। अफवाह एवं किसी के बहकावे में ना आएं। अपनी परेशानी के बारे में ुमुझे सूचित करें।