Datia news : दतिया । उड़नखटोले में अपनी दुल्हन को लेकर पहुंचे दूल्हे का शुक्रवार को उसके गांव में जमकर स्वागत हुआ। दतिया जिले के भांडेर क्षेत्र के गांव गोपीखिरिया में यह पहला मौका था जब गांव का कोई युवक अपनी जीवनसंगनी को हैलीकॉप्टर में विदा कराकर लाया हो। हैलीकॉप्टर के गांव में उतरने के लिए खास जगह बनाई गई थी। जहां व्यवस्थित तरीके से बने हैलीपेड पर हैलीकाप्टर उतरा और सारे रीतिरिवाज निभाने के बाद नई नवेली दुल्हन का उसके ससुराल पक्ष के लोगों ने स्वागत किया।
दरअसल भांडेर अनुभाग के ग्राम गोपीखिरिया निवासी स्व.जुगलकिशोर यादव के सुपुत्र राघवेंद्र का विवाह शहजादेपुर, कुठौंद जिला जालौन उप्र निवासी देवेंद्र सिंह की सुपुत्री मधुरम के साथ गुरुवार 23 फरवरी को शहजादेपुर में संपन्न हुआ। विवाह के बाद दुल्हन की विदाई कराने के लिए शुक्रवार 24 फरवरी को वर पक्ष की ओर से हैलीकाप्टर का इंतजाम किया गया।
विवाह की सारी रस्मों के बाद विदाई की बेला में हैलीकाप्टर ने दूल्हे राघवेंद्र और उसकी दुल्हनिया मधुरम को लेकर भांडेर गोपीखिरिया के लिए उड़ान भरी। किसी वैवाहिक कार्यक्रम की विदाई मामले में हैलीकाप्टर के उपयोग का भांडेर क्षेत्र में अब तक का यह इकलौता मामला माना जा रहा है।
दूल्हा बाेला पिता की अंतिम इच्छा थी, जिसे किया पूरा : भांडेर सहित आसपास के क्षेत्र में यह शादी विशेष रूप से चर्चित रही। उसके चर्चित होने के पीछे की वजह एक हेलीकाप्टर से दुल्हन की विदाई कराकर लाना रहा। अपनी दुल्हन को उड़नखटोले में लाने वाले दूल्हा राघवेंद्र ने बताया कि उनके पिता स्व. जुगलकिशोर यादव की इच्छा थी कि उनके बेटों की बहू हैलीकाप्टर में विदा होकर आए। वर्ष 2016 में पिता का देहांत हो गया।
इस बीच उनके बड़े बेटे टीकमगढ़ के सब इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह यादव के विवाह में तो उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी। लेकिन बड़े भाई ने पिता की इस इच्छा को छोटे भाई राघवेंद्र की शादी में पूरा करने की ठान रखी थी। फिर क्या था जब भाई राघवेंद्र की शादी हुई तो उसकी दुल्हन को परिवार के लोग हैलीकाप्टर से विदा कराकर लाए।
गांव में हैलीकाप्टर उतरते ही लग गया मेला : ग्राम गोपीखिरिया में यह पहला मौका था जब कोई हैलीकाप्टर वहां उतरा हो। इस बात को लेकर जब तैयारियां चल रही थीं, तभी से गांव वालों में उत्साह था। इस नजारे को देखने के लिए गांव के लोग वहां जमा हो गए। सुबह जैसे ही आसमान में हैलीकाप्टर उड़ता नजर आया वैसे ही गांव के लोग जोश में आ गए और जयघोष करने लगे।
कुछ देर बाद हैलीकाप्टर उतरा तो गांव के लोगों सहित ससुराल पक्ष के सदस्यों का वहां जमावड़ा लग गया। इस मौके पर दूल्हे राघवेंद्र के बड़े भाई जितेंद्र का कहना था कि पिता की अंतिम इच्छा को पूरा करके उन्हें काफी अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहाकि हर बेटे का फर्ज होता है कि वह अपने माता-पिता की इच्छा का सम्मान करें। वह खुशकिस्मत हैं कि उन्हें यह मौका मिला।