Datia News : दतिया। ओलावृष्टि से प्रभावित गांवों में पीड़ित किसानों दर्द बांटने सोमवार को जनप्रतिनिधि उनके पास पहुंचे। इस दौरान अधिकांश ग्रामीणों ने बताया कि अभी तक उनके गांव में सर्वे करने कोई नहीं पहुंचा है। वहीं किसानों ने सर्वे कार्य में पक्षपात का आरोप लगाते हुए पटवारी द्वारा नुकसान का सही आंकलन न किए जाने की समस्या भी रखी गई।
जिस पर सेवढ़ा विधायक घनश्याम सिंह ने किसानों की समस्या को विधानसभा में भी उठाने की बात कहते हुए सर्वे कार्य के संबंध में कलेक्टर व एसडीएम से चर्चा करने का आश्वासन दिया। शनिवार को हुई ओलावृष्टि के बाद सेवढ़ा व भांडेर क्षेत्र में विधायक व विधायक प्रतिनिधि इन गांवों में पहुंचे थे। इस दौरान सेवढ़ा विधायक िसंह ने ओला प्रभावित किसानों के खेतों में जाकर नुकसान का जायजा लिया।
नुकसान की िस्थति देखने पहुंचे विधायक ने थरेट क्षेत्र के ग्राम सेंगुवा, ईगुई आलमपुर, भोवई, महारौली, बेसोरा पहुंचे। इस दौरान किसान सेंगुवा के किसान प्रतिपाल सिंह यादव पूर्व सरपंच, राहुल राजा परमार, ईगुई के केदार सिंह पटेल, संतोष गुर्जर, दारासिंह राजपूत आदि ने विधायक को बताया कि
पटवारी अभी तक सर्वे के लिए नहीं आए। जबकि महारौली में पटवारी द्वारा सिर्फ भ्रमण कर चले जाने की शिकायत की गई । वहीं इस मामले में सोमवार को जिला कांग्रेस द्वारा जिलाध्यक्ष अशोक दांगी बगदा के नेतृत्व में भी सर्वे कराए जाने को लेकर एक ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा गया।
विधायक के भ्रमण के दौरान भोवई में किसान देशराज सिंह चौहान, शैलेंद्र सिंह एवं महारौली में किसान हाकिम सिंह पटेल, सरनाम सिंह पटेल ने बताया कि पटवारी खेत पर नहीं जाते। सर्वे के नाम पर वह गांव के बाहर से ही भ्रमण कर चले जाते हैं।
जिससे किसानों का पता ही नहीं चलता कि सर्वे कब हो गया। इसके साथ ही कुछ किसानों ने आरोप लगाया कि पिछले बार के सर्वे ने पटवारी ने अपने खास लोगों के ही नाम पर नुकसानी दर्ज की जिससे बाकी को कोई मुआवजा नहीं मिल सका।
इस मामले में शिकायत भी की जाती है। लेकिन सुनवाई नहीं होती। इस पर विधायक घनश्याम िसंह ने कहाकि किसानों की हर संभव मदद की जाएगी। इस मामले को विधानसभा में भी उठाऊंगा। सर्वे कराकर मुआवजा दिए जाने को लेकर एसडीएम व कलेक्टर से बात करेंगे।
प्राकृतिक आपदा के चलते किसानों को होने वाली क्षति के आंकलन को लेकर अधिकांश किसान सर्वे करने वालों से असंतुष्ट दिखे। भांडेर क्षेत्र के गांवों में पहुंचे क्षेत्रीय विधायक प्रतिनिधि संतराम सिरोनिया के सामने भी किसानों ने अपनी पीड़ा रखी। सिरोनिया ने भी इसे स्वीकार किया। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि इस बार केंद्रीय मंत्री सिंधिया और मुख्यमंत्री को पृथक-पृथक प्रतिवेदन देकर वास्तविक क्षति को दर्ज कर उन्हें मुआवजा दिलाए जाने की मांग करेंगे।