मुंबई : भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के प्रमुख खंड इंडियन पैनोरमा के लिए आज 25 फीचर फिल्मों और 20 नॉन-फीचर फिल्मों के चयन की घोषणा की गई है। चुनी गई इन फिल्मों को 20 से 28 नवंबर, 2022 तक गोवा में आयोजित होने वाले 53वें इफ्फी महोत्सव में प्रदर्शित किया जाएगा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम द्वारा आयोजित भारतीय पैनोरमा का उद्देश्य इसके तय नियमों में वर्णित शर्तों और प्रक्रिया के अनुसार सिनेमाई, विषयगत और सौंदर्यगत उत्कृष्टता वाली फीचर और नॉन-फीचर फिल्मों का चयन करना है।
भारतीय पैनोरमा के लिए फिल्मों का चुनाव तमाम भारत के सिनेमा जगत की प्रख्यात हस्तियों द्वारा किया जाता है, जिसमें फीचर फिल्मों के लिए कुल 12 जूरी सदस्य होते हैं और नॉन-फीचर फिल्मों के लिए 6 जूरी सदस्य होते हैं जिनका नेतृत्व संबंधित जूरी के अध्यक्ष करते हैं। अपनी व्यक्तिगत विशेषज्ञता का प्रयोग करते हुए जूरी पैनल समान रूप से अपना योगदान देते हैं जिससे आम सहमति निर्मित होती है और इससे संबंधित श्रेणियों की भारतीय पैनोरमा फिल्मों का चयन होता है।
फीचर फिल्में : 12 सदस्यों वाली फीचर फिल्म जूरी की अध्यक्षता जाने-माने निर्देशक और एडिटर, अध्यक्ष विनोद गनात्रा ने की है। फीचर जूरी में निम्नलिखित सदस्य थे जो निजी तौर पर कई प्रशंसित फिल्मों और फिल्मी पेशों का प्रतिनिधित्व करते हैं, वहीं सामूहिक रूप से वे विविध भारतीय फिल्म जगत का प्रतिनिधित्व करते हैं:
1. ए. कार्तिक राजा; सिनेमैटोग्राफर
2. आनंद ज्योति; संगीतकार, लेखक और फिल्मकार
3.डॉ. अनुराधा सिंह; फिल्मकार और एडिटर
4.अशोक कश्यप; निर्माता, निर्देशक और सिनेमैटोग्राफर
5.एनुमुला प्रेमराज; निर्देशक और पटकथा लेखक
6. गीता एम गुरप्पा; साउंड इंजीनियर
7. इमो सिंह; निर्माता, निर्देशक और लेखक
8. जुगल देबता; निर्माता, निर्देशक और सिनेमैटोग्राफर
9. शैलेश दवे; निर्माता
10. शिबू जी. सुशीलन; निर्माता
11. वी. एन. आदित्य; निर्माता, निर्देशक और पटकथा लेखक
12. विष्णु शर्मा; लेखक और फिल्म समीक्षक
भारत की 354 क्वालिफाई करने वाली समकालीन फीचर फिल्मों के विशाल समूह में से 53वें इफ्फी में भारतीय पैनोरमा खंड में प्रदर्शित करने के लिए 25 फीचर फिल्मों को चुना गया है। इन फीचर फिल्मों का निम्नलिखित समूह भारतीय फिल्म उद्योग की जीवंतता और विविधता को दर्शाता है।
25 फीचर फिल्मों की सूची इस प्रकार है –
क्र.सं. | फिल्म का नाम | भाषा | निर्देशक |
1. | महानंदा | बंगाली | अरिंदम सिल |
2. | थ्री ऑफ अस | हिंदी | अविनाश अरुण धवारे |
3. | द स्टोरीटेलर | हिंदी | अनंत नारायण महादेवन |
4. | मेजर | हिंदी | शशि किरण टिक्का |
5. | सिया | हिंदी | मनीष मूंदड़ा |
6. | ढाबरी कुरुवी | इरुला | प्रियनंदनन |
7. | हदीनेलेंटु | कन्नड़ | पृथ्वी कोनानुर |
8. | नानू कुसुमा | कन्नड़ | कृष्ण गौड़ा |
9. | लोटस ब्लूम्स | मैथिली | प्रतीक शर्मा |
10. | अरियिप्पु | मलयालम | महेश नारायणन |
11. | सऊदी वेल्लाक्का सीसी.225/2009 | मलयालम | थारुन मूर्ति |
12. | फ्रेम | मराठी | विक्रम पटवर्धन |
13. | शेर शिवराज | मराठी | दिगपाल लांजेकर |
14. | एकदा काय झाल | मराठी | डॉ. सलिल श्रीनिवास कुलकर्णी |
15. | प्रतिक्षा | उड़िया | अनुपम पटनायक |
16. | कुरेंगू पेडल | तमिल | कमलाकन्नन एस. |
17. | किडा | तमिल | आर.ए. वेंकट |
18. | जय भीम | तमिल | टी. जे. ज्ञानवेल |
19. | सिनेमाबंदी | तेलुगु | कंड्रेगुला प्रवीण |
20. | खुदीराम बोस | तेलुगु | विद्यासागर राजू |
मुख्यधारा का सिनेमा खंड
21. | द कश्मीर फाइल्स | हिंदी | विवेक रंजन अग्निहोत्री |
22. | आरआरआर (रौद्रम रणम रुधिरम) | तेलुगु | एसएस राजामौली |
23. | टॉनिक | बंगाली | अविजित सेन |
24. | अखंडा | तेलुगु | बोयापति श्रीनिवास राव |
25. | धर्मवीर… मुक्काम पोस्ट ठाणे | मराठी | प्रवीण विट्ठल तर्डे |
भारतीय पैनोरमा 2022 की ओपनिंग फीचर फिल्म के तौर पर फीचर फिल्म जूरी की पसंद पृथ्वी कोनानुर द्वारा निर्देशित फिल्म ‘हदीनेलेंटु’ (कन्नड़) है।
नॉन-फीचर फिल्में : छह सदस्यों वाली नॉन-फीचर फिल्म जूरी की अध्यक्षता प्रशंसित फिल्मकार, निर्माता, लेखक और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता, अध्यक्ष ओइनम डोरेन ने की थी। नॉन-फीचर जूरी के निम्नलिखित सदस्य निजी तौर पर विभिन्न प्रशंसित फिल्मों और फिल्मी पेशों का प्रतिनिधित्व करते हैं, वहीं सामूहिक रूप से वे विविधतापूर्ण भारतीय फिल्म जगत का प्रतिनिधित्व करते हैं:
1. चंद्रशेखर ए; फिल्म समीक्षक, पत्रकार और मीडिया शिक्षाविद
2.हरीश भिमानी; फिल्मकार, पटकथा लेखक, एंकर और अभिनेता
3.मनीष सैनी; फिल्मकार, लेखक और संपादक
4.पी. उमेश नाइक; फिल्मकार और पत्रकार
5. राकेश मित्तल; फिल्म समीक्षक, पत्रकार और लेखक
6. संस्कार देसाई; फिल्मकार, पटकथा लेखक, शिक्षाविद
भारत की 242 क्वालिफाई करने वाली समकालीन नॉन-फीचर फिल्मों के विशाल समूह में से 53वें इफ्फी के भारतीय पैनोरमा खंड में प्रदर्शित करने के लिए 20 नॉन-फीचर फिल्मों को चुना गया है। गैर-फीचर फिल्मों का ये पैकेज दस्तावेजीकरण करने, पड़ताल करने, मनोरंजन करने और समकालीन भारतीय मूल्यों को प्रतिबिंबित करने में उभरते और स्थापित फिल्मकारों की उत्कृष्ट क्षमता को बताता है।
भारतीय पैनोरमा 2022 में चुनी गई 20 नॉन-फीचर फिल्मों की सूची इस प्रकार है:
क्र.सं. | फिल्म का नाम | भाषा | निर्देशक |
1. | पाताल ती | भोटिया | मुकुंद नारायण और संतोष सिंह |
2. | टांघ | अंग्रेजी | बानी सिंह |
3. | आयुष्मान | अंग्रेजी | जेकब वर्गीस |
4. | अदर रेः आर्ट ऑफ सत्यजीत रे | अंग्रेजी | जयदीप मुखर्जी |
5. | गुरुजना | अंग्रेजी | सुदीप्तो सेन |
6. | हाथीबन्धु | अंग्रेजी | कृपाल कलीता |
7. | क्लिंटन | अंग्रेजी | पृथ्वीराज दास गुप्ता |
8. | द शो मस्ट गो ऑन | अंग्रेजी | दिव्या कवासजी |
9. | खजुराहो, आनंद और मुक्ति | हिंदी | रामजी ओम और दीपिका कोठारी |
10. | विभाजन की विभीषिका अनकही कहानियां | हिंदी | हितेश शंकर |
11. | फातिमा | हिंदी | सौरभ कांति दत्ता |
12. | छू मेड ना युल मेड | हिंदी | मुनमुन ढलारिया |
13. | बिफोर आई डाय | हिंदी | नकुल देव |
14. | मध्यांतर | कन्नड़ | बस्ती दिनेश शेनॉय |
15. | वागरो | कोंकणी | साईनाथ एस. उसकाईकर |
16. | वीतिलेक्कु | मलयालम | अखिल देव एम |
17. | बियॉन्ड ब्लास्ट | मणिपुरी | साइकोम रतन |
18. | रेखा | मराठी | शेखर बापू रनखांबे |
19. | यानम | संस्कृत | विनोद मनकारा |
20. | लिटिल विंग्स | तमिल | नवीनकुमार मुथैया |
भारतीय पैनोरमा, 2022 की ओपनिंग नॉन-फीचर फिल्म के लिए जूरी की पसंद दिव्या कवासजी द्वारा निर्देशित ‘द शो मस्ट गो ऑन’ (अंग्रेजी) है। सिनेमा कला की मदद से भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत के साथ-साथ भारतीय फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए इफ्फी अंब्रैला के हिस्से के तौर पर भारतीय पैनोरमा को 1978 में शुरू किया गया था। अपनी स्थापना के बाद से, भारतीय पैनोरमा वर्ष की सर्वश्रेष्ठ भारतीय फिल्मों को प्रदर्शित करने के लिए पूरी तरह से समर्पित रहा है।
फिल्म कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारतीय पैनोरमा खंड में चुनी गई फिल्मों को भारत और विदेशों में अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में, द्विपक्षीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों के तहत आयोजित इंडियन फिल्म वीक्स में और कल्चरल एक्सचेंज के बाहर होने वाले विशेष भारतीय फिल्म महोत्सवों और भारत में विशेष भारतीय पैनोरमा महोत्सवों में गैर-लाभकारी तौर पर प्रदर्शित किया जाएगा।