Datia news : दतिया। सेवढ़ा अनुभाग के डिरौलीपार थाना क्षेत्र के ग्राम जरा में शनिवार शाम उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक मारपीट प्रकरण की जांच करने पहुंची पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने लाठियों से हमला कर दिया। घटना में एएसआई राकेश जाटव सहित चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। बताया जा रहा है कि विवाद रेत खनन से जुड़ा है, जिसके चलते दोनों पक्षों के बीच पहले से तनाव बना हुआ था।
शनिवार शाम एएसआई राकेश जाटव, आरक्षक शैलेंद्र सिंह, निजाम खां और सुरेंद्र सिंह ग्राम जरा में मारपीट के मामले की छानबीन करने पहुंचे थे। जांच के दौरान फरियादी रवि बाथम और सर्वेश बाथम के साथ कुछ ग्रामीणों ने पुलिस को घेर लिया।
देखते ही देखते कहासुनी बढ़ी और भीड़ ने लाठियां उठा लीं। इससे पहले कि पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते, उन पर लाठी बरसना शुरू हो गई।
हमले में एएसआई राकेश जाटव, आरक्षक शैलेंद्र सिंह और सुरेंद्र सिंह के हाथों में चोट आई, जबकि आरक्षक निजाम खां के सिर पर गंभीर चोट लगी और वह लहूलुहान हो गया।
हमलावरों ने दो पुलिसकर्मियों के मोबाइल फोन भी छीन लिए। किसी तरह जान बचाकर पुलिसकर्मी वहां से भाग निकले और सेवढ़ा अस्पताल पहुंचकर उपचार कराया।
विवाद बना हमले की वजह : जानकारी के अनुसार 23 अक्टूबर को ग्राम जरा निवासी रवि बाथम और सर्वेश बाथम ने अपने साथ हुई मारपीट की शिकायत डिरौलीपार थाने में दर्ज कराई थी।
इस मामले में हरिओम शर्मा, इंदर सिंह, दीपक बाथम और अरविंद बाथम को आरोपी बनाया गया था। फरियादी पक्ष ने आरोप लगाया कि दीपक बाथम के परिवार के अन्य सदस्य भी घटना में शामिल थे और उनके नाम भी रिपोर्ट में जोड़े जाने चाहिए।
इसी मांग को लेकर शनिवार को फरियादी पक्ष और करीब आधा सैकड़ा ग्रामीणों ने एसडीओपी सेवढ़ा अजय चानना को आवेदन सौंपा था।
एसडीओपी ने जांच एएसआई राकेश जाटव को सौंपी थी, जो शाम को टीम सहित मौके पर पहुंचे। लेकिन जांच के दौरान माहौल बिगड़ गया और ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया।
रेत खनन विवाद बना तनाव की जड़ : स्थानीय सूत्रों के अनुसार, ग्राम जरा में पिछले कुछ समय से अवैध रेत खनन को लेकर दो गुटों में विवाद चल रहा है।
इसी विवाद से जुड़ी मारपीट की शिकायत पर पुलिस जांच करने पहुंची थी। हमले के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई है। पुलिस ने अब 40 से अधिक ग्रामीणों के खिलाफ हमला, बलवा और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। गांव में पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती कर दी गई है, ताकि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में रहे।


