गुना का आरोन बना पुलिस छावनी : सनकी शिकारियों को पुलिस टीम ने किया ढेर, भाजपा महामंत्री बोले बदला हुआ पूरा, गांव में चला बुलडोजर

गुना : मप्र के गुना जिले के आरोन में तीन पुलिस जवानों की गोली मारकर हत्या करने वाले र्दुंदात शिकारियों को पुलिस ने मार गिराया है। बताया जाता है कि शनिवार रात तक चली कार्रवाई में पुलिस टीम द्वारा चारों शिकारियों को ढेर कर दिया गया। वहीं इस मामले में भाजपा के महामंत्री हितानंद शर्मा ने अपने ट्वीट में लिखा ‘हिसाब बराबर’। इसके बाद भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने अपने ट्वीट में लिखा ‘चौथा भी गया!’। भाजपा नेताओं के इन टि्वस्ट से संकेत मिल रहे हैं कि चारों शिकारियों को पुलिस टीम ने मार गिराया है। वहीं पुलिस की ओर से अभी अधिकृत पुष्टि होना बाकी है।

काले हिरण व मोर का शिकार करने वाले शिकारियों द्वारा पुलिस टीम पर जानलेवा हमला कर तीन पुलिस कर्मियों को मार देने की इस घटना को लेकर सनसनी फैल गई थी।

इस घटना के बाद आरोन सहित आसपास के अन्य क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गए। घटना के बाद पुलिस के तेबर भी बदल गए। इसके बाद पुलिस ने मुठभेड़ में मुख्य आरोपित शहजाद को मार गिराया।

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दूसरा शिकारी नौशाद भी शनिवार को ही मुठभेड़ में मारा गया। जिसका शव छुपाने की उसके परिजन ने कोेशिश भी की। लेकिन ऐनवक्त पर पुलिस ने पहुंचकर शव अपने कब्जे में ले लिया। शनिवार देर रात पुलिस मुठभेड़ में चारों आरोपित शिकारियों के मारे जाने की खबर है। मप्र भाजपा संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और भाजपा प्रवक्ता हितेश बाजपेयी ने अपने अपने ट्वीट में चारों आरोपितों के मारे जाने की बात कही है।

एनकाउंटर में भी घायल हुआ पुलिस कर्मी
गुना जिले के आरोन में 3 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले का मुख्य आरोपित शहजाद पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था। देर शाम हुए इस एनकाउंटर में वीरेंद्र गुर्जर नाम के एक पुलिसकर्मी के घायल होने की खबर है। पुलिस का कहना है कि इस मामले के किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा।

पिता ने रोका था फिर निकल पड़े शिकार पर
बताया जाता है कि मारे गए िशकारी नौशाद और शहजाद के पिता ने अपने बेटों को काले हिरण का शिकार न करने के लिए समझाइश भी दी थी। लेकिन भतीजी की शादी में शान दिखाने के लिए उन दोनों ने मेहमानों के सामने काले हिरण का मीट परोसने की बात दिमाग में बैठा रखी थी। पिता की बात न मानकर दोनों बेटे शिकार के लिए बंदूक लेकर निकल पड़े।

शिकार करते-करते पुलिस को ही बना दिया निशाना
काले हिरण और मोर का शिकार करने निकले नौशाद और शहजाद ने जंगल में शिकार तो कर लिया और अपने अन्य साथी बबलू, गुल्ला और विक्की के साथ उसे लादकर मोटर साइकिल से घर लाने के लिए चल दिए थे। इसी बीच उनका पुलिस से आमना सामना हो गया।

फिर क्या था सनकी िशकारियों ने पुलिस को ही निशाना बना डाला और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस दौरान गोली लगने से एसआई राजकुमार जाटव, प्रधान आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम मीना की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि वाहन चालक लखनगिरी के हाथ में गोली लगने से वह गंभीर रुप से घायल हो गया। शिकारी पुलिस कर्मियों को मारकर उनके हथियार भी उठा ले गए थे।

पांच काले हिरण और एक मोर की ली जान
इन शिकारियों ने जंगल में शुक्रवार को पांच काले हिरण और एक मोर का शिकार किया था। पुलिस ने आरोपितों को कब्जे से पांच काले हिरण के सिर और एक मोर का शव भी जप्त कर लिया था। पुलिस के मुताबिक नौशाद और शहजाद की भतीजी की शादी में 350 लोगों की दावत थी। जिसके कारण उन्हांेने पांच हिरण और मोर की जान ले ली।

पुलिस के हाथ आए शिकारियों के साथी
इस घटना के बाद पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। लगातार धरपकड़ के दौरान पुलिस ने शिकारियों के साथ दो आरोपी जिया खान और सोनू को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार हुए दोनों आरोपी शहजाद और नौशाद के साथ मिलकर शिकार करने भी गए थे। पकड़ में आए आरोपितों ने पुलिस को जंगल के पास बने कुएं में लूटी गई राइफल फैंके जाने की खबर भी दी। गुना एसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि मुठभेड़ में उपयोग की गई शहजाद की लाइसेंसी राइफल पुलिस ने बरामद कर ली है।

बिदौरियां गांव में होनी थी शादी
राघौगढ़ के ग्राम विदौरिया निवासी दो मुस्लिम परिवारों में शनिवार को शादियां होनी थीं। जिनमें एक शादी शिकारी नौशाद की भतीजी की थी, जिसमें बरात बलोनिया के पास से आ रही थी। जबकि दूसरी शादी मजीद खान के बेटे की थी। मजीद के बेटे की बारात मूढरा गांव पहुंचनी थी। लेकिन इतनी बड़ी घटना के बाद पूरे गांव में मातम सा छा गया। कई लोगों अपने घरों में ताले लगाकर चले गए। वहीं शिकारियों के परिवार के सदस्य भी फरार बताए जाते हैं। गांव पुलिस छावनी बना हुआ है। शादियों में पहले से पहुंचे मेहमानों को जानकारी के लिए पुलिस ने थाने बुला लिया। इसके बाद दोनों ही शादियां नहीं हो पाई।

नए आईजी डी श्रीनिवास ने संभाली कमान
शनिवार को सीएम ने घटनास्थल पर देरी से पहुंचने को लेकर ग्वालियर के आईजी अनिल शर्मा को वहां से हटा दिया। उनके स्थान पर ग्वालियर रेंज के नए आईजी डी श्रीनिवास वर्मा को बनाया गया। जिन्होंने आते ही कमान संभाल ली है। इधर सीएम ने तीनों शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारों को 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा और परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। शिकारियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए पुलिस को फ्री हैंड दिया गया। वहीं आरोपितों के घरों पर बुलडोजर पहुंचने की भी जानकारी मिली है। इसके बाद उनके घरों को जमींदोज कर दिया गया।

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