ढाका : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान भारत और बांग्लादेश के सशस्त्र बलों के संयुक्त बलिदान की याद में यहां अपने समकक्ष अब्दुल हामिद को उस युद्ध के दौरान इस्तेमाल किए गए मिग 21 विमान की प्रतिकृति भेंट की। राष्ट्रपति कोविंद बृहस्पतिवार को विजय दिवस की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में बांग्लादेश में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर आए हैं। वह इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि हैं। कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद से यह उनकी पहली विदेश यात्रा है।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा, ‘‘मूल विमान को बांग्लादेश राष्ट्रीय संग्रहालय में स्थापित किया गया है। यह भारतीय सशस्त्र बलों के उन 1660 से अधिक जवानों की याद में भी है जिन्होंने बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में एक साझा उद्देश्य के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।’’ घनिष्ठ संबंधों को प्रदर्शित करते हुए भारत 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की 50वीं वर्षगांठ पर कई कार्यक्रमों का आयोजन भी कर रहा है। इसी युद्ध के बाद बांग्लादेश अस्तित्व में आया था।
विदेश सचिव ने बुधवार रात यहां एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि राष्ट्रपति कोविंद ने बांग्लादेश को बापू बंगबंधु डिजिटल प्रदर्शनी उपहार में देने की भी घोषणा की है, जिसे अब मुक्ति संग्राम संग्रहालय में रखा जाएगा। भारत सरकार ने बांग्लादेश के मुक्तियोद्धाओं के आश्रितों के लिए ‘नूतन भारत-बांग्लादेश मैत्री मुक्तियोद्धा सनातन छात्रवृत्ति योजना’ की समीक्षा करने का भी निर्णय लिया है।
श्रृंगला ने कहा, ‘‘यह योजना अप्रैल 2017 में प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा के दौरान शुरू की गई थी।’’ इस योजना के दौरान भारत सरकार ने मुक्तियोद्धा के आश्रितों के लिए पांच वर्षों से अधिक समय के लिए 10,000 से अधिक छात्रवृत्ति को मंजूरी दी थी। इसके तहत स्नातक छात्रों को क्रमशः 50,000 टका और उच्चतर माध्यमिक छात्रों को 20,000 टका का एकमुश्त अनुदान मिलेगा।
बांग्लादेशी छात्रों के लिए ये छात्रवृत्ति दोनों देशों के बीच संबंधों को और बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी। श्रृंगला ने दिल्ली विश्वविद्यालय में बंगबंधु पीठ (चेयर) की नियुक्ति का भी स्वागत किया। इस साल मार्च में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद ने बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के सम्मान में इसकी स्थापना की थी। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद ने बुधवार को बांग्लादेश के पूर्व सचिव शाहिदुल हक को प्रतिष्ठित बंगबंधु पीठ के लिए नियुक्त किया। वह इस पद पर नियुक्त पहले व्यक्ति हैं।
श्रृंगला ने बताया, ‘‘जब हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल मार्च में बांग्लादेश का दौरा किया, तो उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में बंगबंधु पीठ के सृजन की घोषणा की। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद ने आज इस पद के लिए पहले व्यक्ति की घोषणा की।’’