Datia News : दतिया। बीमारी से तंग आकर एक शिक्षक ने बीच क्लास में से उठकर स्कूल के आफिस में फांसी लगाकर जान दे दी। जब क्लास के बच्चे उन्हें बुलाने पहुंचे तो आफिस का दरवाजा बंद मिला। उन्होंने दूसरे शिक्षक को इस बात की जानकारी दी। जिसके बाद उक्त शिक्षक ने किसी तरह दरवाजा खोला तो शिक्षक को लटका देख वह सकते में आ गए।
भांडेर के पट्टी ततारपुर स्थित मिडिल स्कूल में मंगलवार दोपहर उस समय सनसनी फैल गई जब वहां पदस्थ शिक्षक वीरेंद्र राठौर पुत्र काशीराम राठौर निवासी अनामिका कालोनी भांडेर ने स्कूल कार्यालय कक्ष में पंखे से लटककर फांसी लगा ली।
जिस वक्त उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया, उस वक्त स्कूल में कक्षाएं संचालित थीं और वे खुद भी कक्षा 6 के विद्यार्थियों को पढ़ा रहे थे। बीच कक्षा से उठकर अचानक वह स्कूल के कार्यालय कक्ष में गए और वहां ध्वज की रस्सी को अलमारी से निकाला और उसकी मदद से सीलिंग फैन से फांसी लगा ली।
कुछ देर गुजरने के बाद भी जब वह वापिस क्लास में नहीं लौटे तो कक्षा छठवीं का एक बच्चा उन्हें बुलाने गया। लेकिन कक्ष का दरवाजा बंद था। यह बात उसने बगल के कक्ष में छात्रों को पढ़ा रहे शिक्षक संजीव गुप्ता को बताई तो वे दौड़े-दौड़े गए।
दरवाजे को धक्का देकर खोला तो सामने पंखे पर शिक्षक वीरेंद्र को लटका देख वह चौंक गए। संजीव ने छात्रों की मदद से रस्सी काटकर किसी तरह शिक्षक को उतारकर बचाने का प्रयास किया। लेकिन यह प्रयास असफल रहा।

शिक्षक वीरेंद्र राठौर दम तोड़ चुके थे। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। जिसके कुछ देर बाद ही मौके पर भांडेर थाने से पुलिस भी पहुंच गई और मामले की बारीकी से छानबीन की।