धार. जिले के उमरबन में मंगलवार को कुएं में गिरे एकांडे का रेस्क्यू कर उसकी जान बचाई गई। कुएं में गिरेंदू के गुर्राने की आवाज सुन ग्रामीणों ने झांककर देखा तो वह किनारे बैठा हुआ था। इसके तुरंत बाद इसकी सूचना वन विभाग की टीम को दी गई। टीम ने रैस्क्यू के लिए रालामंडल वन विभाग इंदौर को कहा। जिसके बाद टीम नेांडांडे को बाहर निकाला।
जानकारी अनुसार धामनोद सब रेंज उमरबन के ग्राम जामन्या में पूर्व सरपंच कालू सिंह के कुएं में सुबह करीब 4 बजे दहाड़िंग की आवाज सुनकर लोग जागे। आवाज सुन कुएं के भीतर झांका तो पाया कि तेंदुआ का एक शवक गिरा हुआ है। कुएं में ज्यादा पानी होने से तेंदुआ डूब ना जाए, इसलिए ग्रामीण राकेश, सुखलाल, प्रेम सिंह, रतन आदि ने खाट और बैलगाड़ी में लगने वाली लकड़ियों को कुएं में डाल दिया। जो परांडुआ बैठ गया। इसके बाद तत्काल वन विभाग को सूचना दी। धामनोद रेंजर धर्मेंद्र राठौर, मांडू रेंज के रेंजर अल्ताफ खान और धार एसडीओ रावत सहित इंदौर रालामंडल का रेस्क्यू दल मौके पर पहुंचा। इसके बाद कुएं में केकरा डाला गया और काफी मशक्कत के बाद तेंदुए को बाहर निकाला गया। एसडीओ रावत के अनुसार स्वास्थ्य परीक्षण के बाद शेवर को बुधि मांडव जंगल क्षेत्र में छोड़ दिया जाएगा। रेंजर राठौर के अनुसार मादा शेवर की उम्र लगभग 3 साल है।
दहाड़ से लुढ़कने लगा वाहन
रामसिंह चौहान के अनुसार पिछले कई दिनों से 5 से ज्यादा बकरियां गायब हो गई थीं, जिनका शिकारबंदुए द्वारा किया गया था। रेंजर अल्ताफ खान ने बताया कि धामनोद में पशु चिकित्सक द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण के पश्चात शंकु को रालामंडल भी ले जाया जा सकता है। उधर, मिली जानकारी के अनुसार पिंजरे में कैद करने के बाद तेंदुए को पिकअप वाहन में रखा गया था। पिंजरे में कैदंदू ने दहाड़ मारी तो थाड़ेड़े ढलान पर खड़े पिकअप वाहन आगे की ओर लुढ़ाने लगी। इसके बाद ड्राइवर ने दौड़कर वाहन को नियंत्रित किया।
ग्रामीणों के अनुसार तेंदुआ अलुसबह लगभग 4 बजे कुएं में गिरा था। वह कुत्ते का शिकार करने के चक्कर में उसके पीछे दौड़ा और खुद ही शिकार बन गया। जब ग्रामीण कुएं के पास से गुजरे तोंदू के गुर्राने की आवाज सुनीई दी। इस पर उन्न्नेने झांका तोंदुआ कुएं में किराने पर बैठा हुआ था। इस पर ग्रामीणों ने तत्काल सरपंच को सूचना दी। सरपंच ने वन विभाग की टीम को चिह्नित किया। इसके वन विभा की टीम मौके पर पहुंची तब तक ग्रामीणों ने लड़की और रस्सी के सहारेबंधुए के कुएं में किनारे पर बैठने की व्यवस्था कर दी थी। वन विभाग ने रेस्क्यू के लिए वन विभाग रालामंडल इंदौर की टीम को काएल किया। इसके बाद टी टीम के अनुसार तेंदुए की उम्र लगभग 4 साल है।
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