Datia news : दतिया। बसई के ग्राम मुडरा में खंडहर में दबे मिले युवक के शव को लेकर पुलिस आरोपिताें की तलाश में जुटी थी। इसी बीच मुख्य आरोपित रविंद्र के माता-पिता जो फरार थे, वह रविवार रात अपने घर मुडरा वापिस लौट आए। लेकिन इस दौरान रविंद्र की मां ज्ञानदेवी ने जहर निगलकर जान दे दी। मामला तब और गरमा गया जब गांव के लोग उक्त महिला का अंतिम संस्कार करवाने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद पुलिस ने गांव के लोगों को समझाया तब जाकर शाम को महिला का अंतिम संस्कार हो सका।
बसई थाना क्षेत्र के ग्राम मुडरा में गत शनिवार खंडहर में हत्या कर दबाए गए शव की बरामदगी के बाद से पुलिस आरोपितों की तलाश में थी। इसी बीच मामले ने तब नया मोड़ ले लिया जब आरोपितों में शामिल फरार महिला ने रविवार को घर वापिस लौटकर कीटनाशक पीकर जान दे दी।

बताया जाता है कि अपने पुत्र रविंद्र के साथ मिलकर उसके पिता जसवंत और मां ज्ञानदेवी ने मृतक प्रवेंद्र के शव को घर के पास पड़े खंडहर में दफनाने में मदद की थी। इसीके चलते उक्त तीनों को हत्या के मामले में नामजद किया गया था।

घटना के बाद रविवार रात आरोपित रविंद्र के पिता जसवंत अपनी पत्नी ज्ञानदेवी के साथ मुडरा वापिस लौटा था। जहां घर पर महिला ज्ञानदेवी ने पति के लिए खाना तैयार किया। इसके बाद खेत में डाले जाने वाले कीटनाशक को पीकर जान दे दी।
पिता हुआ गिरफ्तार, चौकीदार ने दी खबर : इस बात की खबर मृतका का पति जसवंत पुलिस तक पहुंचाने में डर रहा था। जिसके चलते उसने पत्नी की मौत की सूचना गांव के चौकीदार को दी। ताकि वह पुलिस को खबर कर सके।
चौकीदार की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। जहां पुलिस ने आरोपित जसवंत को हिरासत में लेकर महिला के शव को पीएम के लिए भिजवाया। बताया जाता है कि गांव के लोग उक्त मृतक महिला और उसके परिवार द्वारा किए गए हत्या जैसे कृत्य को लेकर नाराज थे।
इस कारण कोई भी उसके अंतिम संस्कार के लिए तैयार नहीं हुआ। इसके बाद पुलिस की समझाइश के बाद मृतका का किसी तरह शाम को अंतिम संस्कार हो सका।
सब्बल से हमला कर ली थी जान : जानकारी के मुताबिक आरोपित रविंद्र मृतक प्रवेंद्र निवासी नयागांवदांगी पिछोर का दूर के रिश्ते में मामा लगता था। जिसने मृतक से 13 हजार रुपये उधार ले रखे थे।
जिसे प्रवेंद्र लोधी पुत्र खेमराज उससे मांगता था। घटना के दिन रविंद्र ने मछली पार्टी के बहाने प्रवेंद्र को मुडरा बुलाया था। इस दौरान जब प्रवेंद्र ने अपने रुपये वापिस मांगे तो रविंद्र से उसकी कहासुनी हो गई।
जिस पर उसने पास पड़े सब्बल को प्रवेंद्र के सिर में दे मारा। जिससे उसकी मौके पर ही जान चली गई। घटना के बाद प्रवेंद्र का शव खंडहर में दफनाकर आरोपित और उसके माता-पिता मौके से फरार हो गए थे।