Datia news : दतिया। कस्बे में लगे मोबाइल टावर पर चढ़कर युवक ने खूब हंगामा मचाया। उसका कहना था कि जो एफआईआर उसके विरुद्ध दर्ज कराई गई है, वह गलत है, उसमें से जब तक नाम नहीं हटेगा वह नीचे नहीं उतरेगा। अगर पुलिस नहीं मानी तो वह कूदकर जान दे देगा। युवक की धमकी सुन मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों के भी हाथ पांव फूल गए।
थरेट में शुक्रवार काे झांसी निवासी युवक ने हाईबोल्टेज ड्रामा किया। वह थरेट थाना परिसर के बाहर लगे मोबाइल टावर पर चढ़ गया और वहां से कूदकर जान देने की धमकी देने लगा।
आसपास के लोगों ने यह खबर पुलिस को दी, तो संबंधितों के हाथ पांव फूल गए। थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया पुलिस बल के साथ टावर की ओर दौड़ते हुए पहुंचे। जहां उन्होंने टावर पर चढ़े युवक को काफी समझाया, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ा रहा।
उसका कहना था कि नाबालिग किशोरी के घर से लापता हो जाने के मामले में उसकी नामजद रिपोर्ट कराई गई है, वो गलत है। उस रिपोर्ट से पुलिस नाम हटाएं तब वह नीचे उतरेगा।
इसके बाद थाना प्रभारी ने गांव के ही टिंकू गतवार से एफआईआर पढ़वाकर युवक को सुनाई। जिसमें टिंकू गतवार ने एफआईआर में जानबूझकर उस युवक का नाम नहीं पड़ा तो उसे लगा कि एफआईआर में उसका नाम नहीं है, तब जाकर युवक टावर से नीचे जाकर उतरा।
थाना प्रभारी एवं थरेट के लोगों की समझाइश के बाद युवक स्वयं ही सुरक्षित टावर से नीचे उतर आया। इस मामले में थाना प्रभारी भदौरिया ने बताया कि थरेट से एक नाबालिग किशोरी लापता हुई थी। जिसे रक्शा झांसी से पुलिस ने बरामद किया था। इस मामले में नाबालिग के स्वजन ने
रक्सा झांसी निवासी युवक अजय कुशवाहा पर उनकी बेटी को बहला-फुसला कर ले जाने का आरोप लगाया था। इसी बात को लेकर युवक तनाव में था।
वहीं थाना प्रभारी के मुताबिक पूछताछ में किशोरी ने पुलिस को बताया था कि वह अपने पिता से नाराज होकर बिना बताए घर से गई थी। किसी ने उसका अपहरण नहीं किया।
उसने किसी व्यक्ति पर कोई आरोप भी नहीं लगाया। पुलिस ने बताया कि युवक मानसिक तनाव में था, इसलिए उसकी काउंसलिंग कराई गई और बाद में स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया।