नवंबर 2024 में कोयलेका कुल उत्पादन 90.62 मिलियन टन (अनंतिम) तक पहुंच गया हैजो उत्पादन में 7.20 प्रतिशतकी वृद्धि दर्शाता है। कोयला मंत्रालय की यह महत्वपूर्ण उपलब्धि है। पिछले वर्ष इसी अवधि में 84.52 मिलियन टन उत्पादन हुआ था।
कैप्टिव और अन्य खदानों में कोयला उत्पादन में उल्लेखनीय प्रगति हुई हैऔर नवंबर 2024 में यह 17.13 मिलियन टन (अनंतिम) तक पहुंच गया है। नवंबर 2023 के12.44 मिलियन टनउत्पादन की तुलना में यह 37.69 प्रतिशत (अनंतिम) की वृद्धि दर्शाता है।
वित्त वर्ष 2024-25 में नवंबर 2024 तक कोयला उत्पादन 628.03 मिलियन टन (अनंतिम) हुआ हैजबकि वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में 591.32 मिलियन टन उत्पादन हुआ था। यह 6.21 प्रतिशतकी वृद्धि दिखाता है। (अनंतिम)
इसके अलावानवंबर 2024 में कोयला प्रेषण में भी लगातार सुधार हुआ है। नवंबर 2023 के82.07 मिलियन टन से बढ़कर यह 85.22 मिलियन टन (अनंतिम) पहुंच गया हैजो 3.85 प्रतिशतकी वृद्धि है। कैप्टिव और अन्य खानों से प्रेषण में तेज बढोतरी हुई है। नवंबर 2023 में 13.19 मिलियन टन से बढ़कर यह नवंबर 2024 में 16.58 मिलियन टन हो गई हैजो 25.73 प्रतिशतकी प्रभावशाली वृद्धि है।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए नवंबर 2024 तक कुल कोयला प्रेषण पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के 623.78 मिलियन टन की तुलना में बढ़कर 657.75 मिलियन टन(अनंतिम) हो गया हैजो 5.45 प्रतिशत (अनंतिम) की वृद्धि है।
कोयला मंत्रालय उत्पादन बढ़ाने, प्रेषण दक्षता में सुधार तथा देश भर में कोयले की निर्बाध उपलब्धता सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करके देश की ऊर्जा आवश्यकता पूरी करने के लिए प्रतिबद्ध है।