सीएमएचओ को देख झाेलाछाप डाक्टरों में मची भगदड़ : आधा दर्जन क्लीनिक पर कार्रवाई, मरीजों को चढ़ाई जा रही थी ड्रिप
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Datia news : दतिया। जिगना में नवविवाहिता की मौत झोलाछाप बंगाली डाक्टर के इंजेक्शन लगाने से हुई मौत की घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटी। जिसके बाद सीएमएचओ डा.बीके वर्मा अमले के साथ सोमवार को जिगना पहुंचे। जहां झोलाछाप डाक्टर का क्लीनिक बंद मिला। ग्रामीणों ने बताया कि घटना के बाद से बंगाली डाक्टर फरार है।

इसके बाद वहां से लौटते समय सीएमएचओ डा.वर्मा शहरी क्षेत्र में पहुंचे तो स्टेशन रोड पर कई क्लीनिक संचालित मिले। जहां झोलाछाप डाक्टरों द्वारा मरीजों को ड्रिप चढ़ाई जा रही थी।

जैसे ही सीएमएचओ उन क्लीनिक पर पहुंचे तो वहां झोलाछाप डाक्टरों में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। कुछ तो अपनी पहचान तक छुपाने लगे। इस दौरान सीएमएचओ ने सतीश यादव की क्लीनिक का निरीक्षण किया।

सतीश यादव द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों को देखने पर पाया गया कि वह अपनी पैथी से हटकर अन्य पैथी में मरीजाें का उपचार कर रहे हैं। यह देख क्लीनिक संचालक सतीश यादव को सीएमएचओ ने कड़ी चेतावनी दी।

उन्होंने कहाकि आपका जिस पैथी में पंजीयन है, उसी संबंधित पैथी में ही रोगियों का उपचार करें। अन्यथा कार्रवाई कराई जाएगी।

क्लीनिक पर मरीज लेटे मिले : सीएमएचओ डा.वर्मा जब पकंज क्लीनिक का जायजा लेने पहुंचे तो क्लीनिक में मरीज को ड्रिप चढ़ाई जा रही थी। क्लीनिक संचालक से पूछे जाने पर चिकित्सा पंजीयन प्रस्तुत किया गया।

दस्तावेजों को देखने पर पाया गया कि पंकज क्लीनिक संचालक रजिस्टर पैथी से हटकर मरीजों को उपचार दे रहे थे। उन्हें भी चेतावनी देकर अपनी पैथी में ही इलाज करने को कहा गया।

गुप्ता क्लीनिक कराया बंद : भ्रमण के दौरान सीएमएचओ डा.वर्मा ने बीएस गुप्ता के क्लीनिक का भी निरीक्षण किया। जहां बकायदा मरीजों को इंजेक्शन एवं ड्रिप चढ़ाई जा रही थी।

क्लीनिक के दस्तावेजों को खंगालने पर पाया गया कि डा.गुप्ता ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से रोगियों के उपचार करने संबंधी पंजीयन नहीं कराया था।जिसके बाद डा.गुप्ता की क्लीनिक को तत्काल बंद कराया गया।

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