नीमच : नीमच में दरगाह के पास हनुमान जी की मूर्ति स्थापित करने को लेकर हुई पत्थरबाजी के बाद वहां तनाव छा गया था। जिसके बाद पुलिस बल को उपद्रवियों पर नियंत्रण के लिए आंसू गैस और लाठीचार्ज तक करना पड़ा था। जिसके बाद ऐहतियात के तौर पर क्षेत्र में 5 थानों का पुलिस बल तैनात किया गया है। साथ ही रिजर्व पुलिस फोर्स और वज्र वाहन भी तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा दरगाह की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस की तैनाती के साथ नीमच में धारा 144 लगाई गई है।
नीमच में सोमवार रात हुए तनाव के बाद पुलिस और प्रशासन ने अब तक तीन दर्जन लोगों की गिरफ्तारी की है। वहीं इलाके में बेरिकेटिंग लगाकर वहां से गुजरने वाले लोगों से भी पुलिस पूछतांछ की जा रही है। बाजारों में स्थिति सामान्य रही।
तनाव पूर्ण िस्थति वाले क्षेत्र कचहरी के पास लगे बाजार भी सामान्य दिन की तरह खुले नजर आए। दरगाह के बाहर भी पुलिस फोर्स और एसटीएफ के जवान तैनात किए गए हैं। सोमवार को नीमच में दरगाह के पास हनुमानजी की मूर्ति स्थापित करने को लेकर दो पक्षों में विवाद के बाद यहां पत्थरबाजी की घटना से तनाव बढ़ गया था।
उपद्रवियों ने इस दौरान उत्पात करते हुए एक बाइक में आग भी लगा दी थी। जिसके बाद पुलिस ने दुकानें बंद करा दीं। उपद्रवियों को तितर बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठी चार्ज भी हुआ। पत्थरबाजी की घटना में नीमच सिटी के टीआई भी घायल हो गए। इस मामले 4 लोगों पर प्रकरण भी दर्ज हुए हैं।
भाजपा कांग्रेस में शुरू हुई बयानबाजी
इस घटना के बाद भाजपा और कांग्रेस के नेताओं में बयानबाजी शुरू हो जाने से मामला राजनीतिक रंग लेने लगा है। कांग्रेस के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर कहाकि जिस मोहल्ले में यह घटना हुई है, उसी में नीमच भाजपा के विधायक रहते हैं।
दिग्विजय के इस बयान के जवाब में बीजेपी विधायक दिलीप सिंह परिहार ने कहा कि दिग्विजय सिंह नीमच की चिंता नहीं करें। वहीं भाजपा के अन्य नेताओं ने भी दिग्गी के बयानों पर पलटवार किया है।
मूर्ति लगाने को लेकर हुआ विवाद
बताया जाता है कि पुरानी कचहरी क्षेत्र के एक बड़े भूभाग में दरगाह है। ये जमीन सरकारी बताई जाती है। सोमवार शाम करीब 5 बजे इसी जमीन से लगी जमीन पर कुछ लोग हनुमानजी की मूर्ति स्थापित करना चाहते थे। इस पर दरगाह में मौजूद लोगों ने आपत्ति जताई। दोनों के बीच बहसबाजी शुरू हो गई। रात करीब 8 बजे के बाद विवाद बढ़ गया। दोनों समुदाय के लोग इकट्ठा हो गए। इसके बाद पत्थरबाजी शुरू हो गई।