Datia News : दतिया। जिला अस्पताल की कैजुअलिटी एमरजेंसी विभाग में शनिवार शाम एक तीन साल की बच्ची को लेकर उसके परिजन पहुंचे। बच्ची ने 5 रुपये का सिक्का निगल लिया था। जिसके कारण उसे कुछ भी खाने में परेशानी आ रही थी। बच्ची की तकलीफ को देखते हुए परिजन अस्पताल लेकर आए।
अस्पताल में नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डॉ.मनीष सचान को बुलाया गया। उन्होंने बच्ची की छाती का एक्सरे किया। जिसमें एक सिक्के गले में फंसा होना पाया गया।
डॉ.मनीष सचान ने एनिस्थिसिया विशेषज्ञ डॉ.भरत वर्मा और डॉ.तान्या की मदद से बच्ची को बेहोश कर ईसोफेगोस्कॉपी के माध्यम से सिक्का बाहर निकाल लिया और इस दौरान बच्ची को कोई भी नुकसान नहीं हुआ। बच्ची पूर्ण रूप से स्वस्थ बताई जाती है।
ईसोफेगोस्कॉपी की प्रक्रिया पहली बार दतिया मेडिकल कॉलेज में संपन्न हुई। जिसे लेकर सभी चिकित्सकों में हर्ष व्याप्त है। इस सफलता पर मेडीकल कॉलेज के डीन डॉ.दिनेश उदेनिया ने डॉ.मनीष, डॉ.भरत, डॉ.तान्या को बधाई दी।
साथ ही कहाकि नई सुविधाओं, नई मशीनों का सदुपयोग लगातार मेडिकल कॉलेज का नाम देश और प्रदेश स्तर पर ऊपर लेकर जा रहा है। उक्त जानकारी मेडिकल कॉलेज के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. हेमंत जैन ने देते हुए बताया कि बच्ची का स्वास्थ्य अब बेहतर है। सिक्का निकल जाने पर उसके परिजन ने मेडीकल टीम काे धन्यवाद ज्ञापित किया है।