नई दिल्ली : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम को लेकर शुक्रवार को कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा सरकार को उत्तर प्रदेश में ‘पेपर लीक पर चर्चा’ करनी चाहिए। उन्होंने उत्तर प्रदेश में कुछ परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक होने का हवाला दिया।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘भाजपा सरकार को उप्र में ‘पेपर लीक पर चर्चा’ करनी चाहिए। पिछले साल 28 नवंबर को यूपी टीईटी पेपर लीक से लाखों युवाओं को आघात लगा था। कार्रवाई के नाम पर दिखावटी कदमों के अलावा कुछ नहीं हुआ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उप्र के युवा आजतक नहीं जान पाए कि यूपी सरकार के किस भ्रष्ट तंत्र ने पेपर लीक को अंजाम दिया? नतीजतन, एक और पेपर लीक।’’ प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘इस बार भी सरकार दिखावटी कदमों के अलावा कुछ और नहीं कर रही है। पेपर लीक की खबर लिखने वाले पत्रकार को जेल भेजा जा रहा है। लेकिन, पेपर लीक करने वाला तंत्र सरकार में पैठ जमाए बैठा है। उस पर न कोई बुलडोजर चलता है, न कोई बदलाव आता है।’’
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चुनाव खत्म होते ही सरकार जनता की जेब पर डाका डालने लगती है- प्रियंका गांधी
बता दें, प्रियंका गांधी लगातार ट्विटर के जरिये सरकार पर निशाना साधती रहती हैं. इससे पहले बढ़ती महंगाई को लेकर किये गये अपने एक ट्वीट में उन्होंने कहा था, चुनाव के दौरान फोन कॉल/आपसी सहमति/आदेश से पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस की कीमतें बढ़नी रुक जाती हैं. चुनाव खत्म होते ही सरकार जनता की जेब पर डाका डालने लगती है.
भाजपा सरकार को जनता को बताना चाहिए कि वह कौन सी विधि है जिससे चुनाव के समय पेट्रोलियम पदार्थों के दाम नहीं बढ़ते और वही तरीका अपनाकर जनता को बढ़ती महंगाई से राहत देनी चाहिए?