Datia News : दतिया । गुरुवार को मंडी में व्यापारियों ने उत्पात मचा दिया। विवाद को लेकर दो व्यापारी आपस में भिड़ गए। उनमें मारपीट तक की नौबत आ गई। गुस्से में एक व्यापारी ने किसानों की पर्चियां तक फाड़ डाली। डाक बोली को लेकर इंदरगढ़ कृषि उपज मंडी में व्यापारियों में विवाद हो गया।
विवाद के दौरान व्यापारियों ने किसानों की बोली पर्ची फाड़कर फैंक दी। व्यापारी द्वारा फिर से बोली न लगते देख वहां अपनी उपज लेकर आए किसान भी भड़क गए।
कुछ देर किसान और व्यापारियों में भी कहासुनी हुई। जिसके बाद गुस्साए व्यापारियों ने मंडी गेट के बाहर उन्होंने पाइप डालकर जाम लगाने की तैयारी कर डाली।
आम रास्ते जाम लगने की सूचना जैसे ही तहसीलदार सुनील भदौरिया को लगी तो वह दलबल सहित मंडी पहुंचे। जहां उन्होंने व्यापारियों को समझाया और जाम की िस्थति नहीं बनने दी।
मौके पर मौजूद किसानों ने बताया कि इंदरगढ़ कृषि उपज मंडी में दोपहर 1 बजे डाक बोली को लेकर व्यपारी आपस में भिड़ गए। उन्होंने किसानों की पर्ची फाड़ दी।
15 मिनट मंडी गेट के सामने व्यापारियों ने जाम भी लगाया। इंदरगढ़ तहसीलदार जाम तो खुलवा दिया लेकिन देर शाम तक मंडी फिर व्यापारियों द्वारा बोली नहीं लगाई गई।
जिसके कारण किसान परेशान नजर आए। मंडी सचिव अनिल शर्मा ने भी व्यपारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन विवाद पर उतारु दोनों व्यापारी नहीं माने।
मंडी में गुरु कृपा ट्रेडर्स कंपनी के संचालक धर्मेंद्र शिवहरे एवं कामतानाथ ट्रेडर्स के संचालक विवेक गुप्ता के बीच धान खरीदी में डाक में बोली ज्यादा लगा देने को लेकर विवाद हो गया।
इस दौरान दोनों व्यापारी गाली गलौज कर एक दूसरे से मारपीट पर उतारु हो गए। मामला बढ़ता देख सभी व्यापारी इकट्ठे हो गए। जिसके बाद डाक बोली बंद कर दी गई। किसान मयंक यादव गोंदन व अरुण ने बताया कि व्यापारी धर्मेंद्र शिवहरे ने 3010 में धान की डाक बोली लगाई थी।
इस दौरान किसान की पर्ची भी लगा ली गई। लेकिन जब लेने की बारी आई तो धान खराब बताकर माल लेने से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि माल के ऊंचे दाम लग गए हैं।
इसके बाद फिर से 2800 रुपये की बोली लगाई गई। लेकिन इस बार भी व्यापारी शिवहरे ने माल लेने से इंकार कर दिया। जिसे लेकर दूसरे व्यापारी ने जब विरोध जताया तो दोनों में विवाद हो गया।