मुंबई : एकनाथ शिंदे बनेंगे महाराष्ट्र के नए सीएम. देवेंद्र फडणवीस ने इस बात का ऐलान कर दिया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी इस सरकार में एकनाथ शिंदे का समर्थन करने वाली है.
गुरुवार को शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे गोवा से मुंबई पहुंचे। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उन्हें लेकर राज्यपाल से मिलने पहुंचे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनकी घोषणा के कुछ मिनट बाद सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार को गुरुवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट लेने के निर्देश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।।
उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के CM पद से इस्तीफा दिया
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गुरुवार को फ्लोर टेस्ट को हरी झंडी दिखाने के कुछ मिनट बाद ही उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने एमएलसी पद से भी इस्तीफा दे दिया है।
उद्धव के इस्तीफा से बागी विधायक भी उदास !
एकनाथ शिंदे खेमे के एक बागी विधायक ने कहा कि उद्धव ठाकरे का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा ”हमारे लिए खुशी की बात नहीं है.” एकनाथ शिंदे और उनका समर्थन करने वाले 50 विधायकों द्वारा विद्रोह – उनमें से 40 शिवसेना से – शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार के लिए समाप्त हो गया।
हम सभी इस बात से दुखी हैं कि एनसीपी और कांग्रेस से लड़ते हुए हमें अपने नेता से भी नाराज होना पड़ा। इसका कारण एनसीपी और संजय राउत हैं, जिनका काम केंद्र सरकार के खिलाफ हर दिन बयान देना और केंद्र और राज्य के बीच खराब तालमेल बनाना है। .
राउत ने पहले ही दिए थे सत्ता जाने के संकेत
कुछ दिन पहले ही शिवसेना सांसद संजय राउत ने बड़ा बयान दिया था उन्होंने कहा था कि – ज्यादा से ज्यादा क्या होगा सत्ता जाएगी, लेकिन पार्टी की प्रतिष्ठा से समझौता नहीं करेंगे.
कैसे शिवसेना में आई दरार ?
● सबसे पहले : शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे, कई अन्य विधायकों के साथ नाराज़ दिखाई नज़र आई थे और उन्होंने पार्टी के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, जिससे प्रमुख राजनीतिक संगठनों में हड़कंप मच गया था ये पहला समय था जब महाराष्ट्र राजनीतिक पर संकट के बादल आ गए थे।
● फिर उद्धव ने छोड़ा सरकारी निवास : जनता के नाम एक भावनात्मक संदेश जारी कर CM उद्धव ठाकरे ने अपने सरकारी आवास यानी वर्षा बंगले से अपना सारा सामान लपेटकर मातोश्री की और रवाना हुई।
● गुवाहाटी के होटल में शिंदे ने डाला डेरा : 40 से अधिक विधायकों के साथ गुवाहाटी के होटल में डेरा डाले शिंदे ने मांग की थी कि शिवसेना को कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन खत्म कर लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि शिवसेना के नेताओं ने ढाई वर्ष के गठबंधन के शासन के दौरान काफी कुछ सहा है.
● उद्धव के पक्ष में थे बागी विधायक : पार्टी के बागी खेमे में शामिल होने वाले दीपक केसरकर ने कहा कि कोई नहीं चाहता था कि उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, “इसके बजाय, हम चाहते हैं कि वह भाजपा के साथ गठबंधन करें और एक स्वाभाविक सहयोगी के साथ एक नई सरकार बनाएं।
● इस वजह से नाराज़ थे शिंदे : मिलते नहीं हैं सीएम, फोन तक नहीं उठाते
शिवसेना नेता शिंदे कैंप की तरफ से मराठी में लिखे गए पत्र में सबसे बड़ा आरोप संपर्क से दूर रहने का लगाया गया था । कई बार निर्वाचन क्षेत्र के काम, अन्य मुद्दों, व्यक्तिगत समस्याओं के लिए सीएम साहब से मिलने का अनुरोध करने के बाद हमें बुलाया जाता और बंगले के गेट पर घंटों खड़ा रखा जाता। मैंने कई बार सीएम को फोन किया पर फोन रिसीव नहीं होता था।
‘हमने एक संवेदनशील, सभ्य मुख्यमंत्री खो दिया’ – संजय राउत
“मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बहुत विनम्रता से इस्तीफा दिया। हमने एक संवेदनशील, सभ्य मुख्यमंत्री खो दिया है। इतिहास गवाह है कि धोखाधड़ी अच्छी तरह खत्म नहीं होती है।
ठाकरे जीतते हैं। यह शिवसेना के लिए एक शानदार जीत की शुरुआत है। लाठी खाओगे, जाओ जेल में, लेकिन बालासाहेब की शिवसेना चलती रहेगी!” संजय राउत ने हिंदी में ट्वीट किया।