कोई ताकत उत्तर प्रदेश और विकास के बीच में बाधा नहीं बन सकती- पीयूष गोयल

लखनऊ  : केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री,  पीयूष गोयल ने आज लखनऊ में उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए लाखों करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता की गई है और यह राज्य में ईमानदार सरकार और सुरक्षित वातावरण के कारण संभव हुआ है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन में प्रगति की जिस तेज गति को हम देख और महसूस कर रहे हैं, वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सक्षम नेतृत्व के कारण है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश अब आगे की ओर बढ़ रहा है और अब इसकी प्रगति को कोई भी रोक नहीं सकता।

गोयल ने उस कहानी का स्मरण किया जो 2017 में शुरू हुई थी, जब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव चल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘उस समय हमें पार्टी के लिए घोषणापत्र बनाने का काम दिया गया था। हम राज्य भर के लोगों से मिले और महसूस किया समाज के सभी वर्गों के लोग बदलाव और सक्षम प्रशासन चाहते थे। हमने सोचा कि जो हम करना चाहते थे क्या उसके लिए हमें आवश्यक फंड प्राप्त हो पाएगा। प्रधानमंत्री स्पष्ट थे कि हमने घोषणा पत्र में जो भी वादा किया है उसे अवश्य कार्यान्वित किया जाना चाहिए।’

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गोयल ने कहा कि उस समय गृहमंत्री अमित शाहजी ने कहा था कि हमें तीन कार्य करने होंगे: भू-माफिया, बालू-माफिया और शराब माफिया को समाप्त करना। शाह ने कहा कि अगर हम ऐसा कर पाए तो प्रदेश में संसाधनों की कभी कमी नहीं होगी।  गोयल ने कहा कि हाल के वर्षों में उत्तर प्रदेश ने जिस तरह से प्रगति की है, उससे पता चलता है कि एक ईमानदार सरकार, लोगों के कल्याण के लिए काम करने वाली सरकार, किसी भी गलत काम को बर्दाश्त नहीं करने वाली सरकार, आवश्यक राजस्व सुनिश्चित कर सकती है और राज्य को उपलब्धि के नए स्तरों पर ले जा सकती है।

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री ने बताया कि इस शिखर सम्मेलन में निवेशकों द्वारा कई लाख करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता की गई है। यह इस बात का प्रमाण है कि जनता विश्वास करती है कि राज्य में निवेश करना अब आसान हो गया है, राज्य में एक ईमानदार व्यवस्था है, कानून व्यवस्था बनी हुई है और निवेशकों ने राज्य की जनता पर अपना भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि वह मानते हैं कि उत्तर प्रदेश की जनता भविष्य में भी ऐसी ईमानदार सरकार को वोट देगी।

 गोयल ने व्यवसाय करने की सुगमता रैंकिंग की चर्चा करते हुए कहा कि देश भर में इसका आकलन किया जाता है कि कहां व्यापार करना सुगम है और हाल के वर्षों में भारत ने वैश्विक रैंकिंग में छलांग लगाई है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री प्रतिस्पर्धी और सहयोगी संघवाद में विश्वास करते हैं और इसलिए राज्यों की एक रैंकिंग भी होती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अब देश में राज्यों में दूसरे स्थान पर है।

गोयल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप इंडिया की प्रगति संतोष का विषय है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश 2020 में एक उभरता हुआ इकोसिस्टम राज्य था, लेकिन 2021 की रैंकिंग में उत्तर प्रदेश स्टार्टअप इकोसिस्टम में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि राज्य में 8,277 स्टार्टअप हैं और राज्य चौथे स्थान पर है।  गोयल ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा, “कुछ वर्ष पहले ऐसा कौन सोच सकता था?” उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ युवा पुरुषों और महिलाओं से बात करने का अवसर मिला है जो इनमें से कुछ स्टार्टअप चला रहे हैं और वह उनके उत्साह तथा उनके अद्भुत विचारों को महसूस कर सके।

गोयल ने कहा कि भारत ने पिछले वर्ष तीन महत्वपूर्ण मुक्त व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे और इस साल भी हम दो या तीन एफटीए की उम्मीद कर रहे हैं। वे उत्तर प्रदेश की ब्रेवरीज और वाइनरी के लिए दरवाजे खोल देंगे क्योंकि उन्हें बाजार पहुंच, निवेश और तकनीक मिलेगी। उन्होंने कहा, “मैंने आज प्रस्तुति में देखा कि अंगूर को छोड़कर 28 फल और 4 फूल हैं जो उत्तर प्रदेश में पाए जाते हैं जो राज्य में विभिन्न प्रकार की वाइन का उत्पादन कर सकते हैं। इन उत्पादों के लिए विश्व भर में तैयार बाजार मिलेंगे।”

गोयल ने बताया कि दरों में कमी के बावजूद उत्तर प्रदेश के उत्पाद शुल्क में तीन गुना वृद्धि हुई है। ऐसा प्रदेश में लागू ईमानदार व्यवस्था और शराब माफियाओं की कमर तोड़ने के कारण हुआ है। उन्होंने कहा कि यह पूरे देश के लिए एक उदाहरण है।  गोयल ने कहा कि राज्य में लाइसेंसिंग के अनुमोदन में तेजी से राज्य को निवेश आकर्षित करने में सहायता मिली है और यह सुचारू एवं निवेशक के अनुकूल है।

गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों को निर्यात को विशेष उत्तरदायित्व के रूप में लेने को कहा है और इसमें उत्तर प्रदेश ने अग्रणी भूमिका निभाई है। राज्य में एक जनपद एक उत्पाद को गंभीरता से लिया गया और अब पिछले 5 वर्षों में उत्तर प्रदेश से निर्यात दोगुना हो गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से दूरसंचार उपकरण निर्यात 63 गुना बढ़ा है, इस अवधि में फल और सब्जियां 26 गुना बढ़ी हैं। राज्य के विकास की अपार संभावनाएं हैं।

 गोयल ने समापन करते हुए बताया कि यह वास्तव में अवसरों की भूमि है क्योंकि हम किसी दबाव के कारण नहीं बल्कि अपने विश्वास के कारण सुधार कर रहे हैं कि यह राज्य और देश को अमृत काल में आगे ले जाएगा। उन्होंने कहा कि यह शिखर सम्मेलन राज्य में प्रचुर मात्रा में निवेश को आकर्षित करने के लिए सही समय पर आयोजित किया गया है।

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