मथुरा : राज्य सरकार किसानों से गोबर खरीदकर बिजली बनाने का काम करेगी। यह घोषणा उत्तर प्रदेश के पशुधन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने की है।
मंत्री ने कहाकि इस परियोजना के तहत पहले संयंत्र की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में की जाएगी। संयंत्र के दो माह में शुरू होने की उम्मीद है।

पशुधन मंत्री राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड द्वारा ‘विकास परियोजना’ के तहत वाराणसी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ समेत चार पक्षों के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। डिजिटल तरीके से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
चौधरी ने कहाकि इस परियोजना से प्रधानमंत्री की किसानों की आय दोगुनी करने की योजना के तहत डेयरी संयंत्र की उपयोगिता बढ़ जाएगी। इससे किसानों के साथ-साथ दुग्ध संघ को भी अधिक से अधिक मुनाफा होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार डेयरी पर दूध लाने वाले किसानों से गोबर खरीदकर बिजली बनाएगी। इससे जहां एक ओर किसानों को अतिरिक्त आय होगी, वहीं गोबर का सही ढंग से इस्तेमाल भी होगा। संयंत्र से निकले गोबर अपशिष्ट से जैविक खाद तैयार की जाएगी।

चौधरी ने कहाकि यह पहल दुग्ध उत्पादकों के दूध उत्पादन खर्चों को कम करने और ग्राम स्तर पर निष्पक्ष और पारदर्शी दूध खरीद प्रणाली स्थापित करने में मदद करेगी।
गोबर के अपशिष्ट से बनेगी खाद एक ओर जहां गोबर से बिजली बनाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। वहीं जो गोबर का अपशिष्ट बचेगा उससे जैविक खाद तैयार हाेगी। इस तरह गोबर का दोहरा उपयोग हो सकेगा। जिससे खाद और बिजली बनने के साथ ही किसानों को भी गोबर से अतिरिक्त आय होना शुरू हो जाएगी।