भोपाल : किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने विट्ठल मार्केट भोपाल में एग्री-एक्सपो इंडिया का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना लघु एवं सीमांत किसानों के लिये वरदान है। एग्री-एक्सपो इंडिया में कमल सिंह आंजना, महेश चौधरी, गोविंद गोदारा और महाप्रबंधक नाबार्ड एस.के. ताल्लुकदार सहित बड़ी संख्या में किसान शामिल थे।
कृषि मंत्री पटेल ने कहा है कि देश की अर्थ-व्यवस्था कृषि आधारित है। आबादी का 70 प्रतिशत भाग कृषि एवं कृषि आधारित संसाधनों पर निर्भर करता है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में हम किसान और गाँव को आत्म-निर्भर बनाने के लिये निरंतर कार्य कर रहे हैं। देश में कृषकों की समृद्धि के लिये प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में निरंतर कल्याणकारी निर्णय लिये जा रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री ग्राम-सड़क योजना का क्रियान्वयन कर गाँव को मुख्य सड़कों से जोड़ने का अभूतपूर्व कार्य किया गया। किसानों को सशक्त बनाने के लिये किसान क्रेडिट-कार्ड योजना लागू की गई।
कृषि मंत्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की संकल्पना अनुसार किसानों की आय को दोगुना करने के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। सरकार द्वारा एक लाख करोड़ रूपये के कृषि अधो-संरचना फण्ड (आईएएफ) की स्थापना कर एक नई क्रांति का सूत्रपात किया गया है। कृषि उत्पाद समूहों (एफपीओ) का प्रदेश में गठन किया जा रहा है। राज्य में 10 हजार एफपीओ बनाये जा रहे हैं। प्रत्येक विकासखण्ड में दो-दो एफपीओ का गठन कर लिया गया है। प्रसन्नता की बात है कि मध्यप्रदेश इसके क्रियान्वयन में अव्वल नम्बर है। राज्य कृषि के क्षेत्र में नवाचारों में भी देश में पहले नम्बर पर है।
कृषि मंत्री पटेल ने कहा कि किसानों के सशक्तिकरण के लिये प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना संचालित की जा रही है। छोटे किसानों को दोनों योजनाओं में कुल मिला कर 10-10 हजार रूपये की राशि प्रतिवर्ष दी जा रही है। उन्होंने कहा कि छोटे किसानों के लिये यह राशि आर्थिक संबल का काम कर रही है।
कृषि मंत्री पटेल ने कृषि विभाग और युवा उड़ान फाउण्डेशन के कृषि-एक्सपो में शामिल सभी किसानों, कृषि वैज्ञानिकों और कृषि संबद्ध समस्त स्टेक होल्डर्स को बधाई और शुभकामनाएँ दी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भोपाल में 3 दिवसीय कृषि-एक्सपो से किसानों को निश्चित ही लाभ मिलेगा, जो खेती-किसानी के उन्नयन और किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित होगा।