नदी किनारे बसे गांवों को किया जाएगा चिंहित, अतिवर्षा से निबटने के लिए 31 मई तक होगी नालों की सफाई

दतिया। जिले में अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति से निपटने की पूर्व तैयारियों के संबंध में विभिन्न विभागों द्वारा किए जाने वाले कार्यो के संबंध में गूगल मीट से समीक्षा की गई। बैठक में विभागों को सौंपे गए कार्यो के साथ अतिवर्षा, बाढ़ से निपटने के लिए कार्ययोजना बनाकर 24 मई तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। अपर कलेक्टर एके चांदिल ने मंगलवार को गूगल मीट के माध्यम से जिले में अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए संबंधित विभागों द्वारा किए जाने वाले कार्यो की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि संबंधित विभाग अपनी-अपनी कार्य योजना बनाकर 24 मई तक भेजना सुनिश्चित करें।

उन्होंने जिले की सभी नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्देश दिए कि वर्षा शुरू होने के पूर्व 31 मई तक सभी नालों की सफाई का कार्य पूर्ण कर लिया जाए। जिससे वर्षा के दौरान नालों में बाढ़ की स्थिति निर्मित ना हो सके। उन्होंने जिले के सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों मंे बाढ़ की िस्थति से निपटने के लिए उपलब्ध संसाधानों के आधार पर कार्य योजना बनाएं, इसके पूर्व स्थानीय स्तर पर संबंधित विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बैठक भी आयोजित कर लें।

चांदिल ने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को निर्देश दिए कि बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य के लिए जो कार्य योजना बनाई जावे वह चुनाव कार्य की तर्ज पर गांव वार विभागों के समन्वय से बनाई जावे। जिससे स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का भी बेहतर उपयोग किया जा सके। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में बहने वाली सिंध एवं अन्य नदियों के किनारे बसे गांवों को चिंहित कर बाढ़ की स्थिति में राहत शिविरों के लिए भवन एवं स्थान चिंहित कर लिए जावे। जिला मुख्यालय पर बाढ़ नियंत्रण केंद्र स्थापित किया जाएगा। जिस पर 24 घंटे कर्मचारी तैनात किए जायेंगे। इसी प्रकार के बाढ़ नियंत्रण कक्ष तहसील स्तर पर भी स्थापित किए जाएंगे।

बंधों से पानी छोड़ने के पूर्व सूचना दें
उन्होंने जल संसाधन विभाग एवं जिले में स्थित बांध प्रभारियों को निर्देश दिए कि अतिवर्षा के कारण जलाशयों के जल स्तर बढ़ने के कारण जलाशयों से पानी छोड़ने के पूर्व लोगों को सूचना दी जाए। जिससे जलाशयों के आस-पास रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों पर जा सकें। इसकी सूचना कंट्रोल रूम को भी दी जाएं। उन्होंने लोक निर्माण विभाग एवं एनएचआई के अधिकारियों को निर्देश दिए कि राष्ट्रीय राजमार्गो पर स्थित पुल, पुलियां जो जर्जर हालत में उनके मरम्मत का कार्य प्राथमिकता से कराएं।

पुल, पुलियों पर चेतावनी बोर्ड भी लगाए जाएं। पुल, पुलियों के ऊपर पानी निकलने की स्थिति की वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किया जाए। इसके लिए पुलिस एवं होमगार्ड के जवान भी तैनात किए जाएं। उन्होंने विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियांे को निर्देश दिए कि मानसून पूर्व विद्युत लाईनों पर किया जाने वाला संधारण कार्य समय पर कर लिया जाएं। यह भी निर्देश दिए गए कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग सभी हैंडपंपांे को किलोरीनीकरण कराए और गांव में स्थित कुएं एवं जल स्त्रोत पर ब्लीचिंग पाउडर आवश्यक रूप से डाला जाए।

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