स्टार प्लस के पॉपुलर टीवी शो ‘गुम है किसी के प्यार में’ फाइनली साई और विराट आमने-सामने आ गए है। शो में लीप के बाद नए ट्विस्ट और सस्पेंस सामने आने लगे है। जिनमे विनायक की सच्चाई भी अब खुल चुकी है कि वह विराट का असली बेटा नहीं है। दूसरी विराट भी सावी को देखकर असमंजस में है और उसने साई को लेकर गलतफहमी पाल ली है और अब वह इसको लेकर साई से सवाल भी करने वाला है।
एपिसोड की शुरुआत में पाखी विराट को फोन करती है तब विनायक उसे फोन देता है, विराट पाखी से बात करना शुरू कर देता है जिसपर वह उसके प्रति अपनी फ़िक्र दिखाती है। वह उसकी चोट के बारे में पूछती है, जिसपर वह कहता है कि वह ठीक है और फिर जल्द कॉल करने का वादा करके फ़ोन रख देता है।
साईं को यह जानकर जलन होती है कि विराट अपनी पत्नी से बात कर रहा है। वह रसोई के अंदर जाती है और खुद को काम में व्यस्त रखने की कोशिश करती है, तभी उषा उसे नोटिस करती है और मामले के बारे में सवाल करती है।
साई ने नहीं मानी उषा की बात
इधर साईं उषा से कहती है कि वह सिर्फ विनायक की मदद करना चाहती है और उसके ठीक होने का इंतजार कर रही है। वह वह कहती है कि विराट को होने से उसे बिल्कुल भी असर नहीं पड़ता है। इस बीच, उषा उसे समझाने की कोशिश करती है और विराट के साथ अपनी गलफहमी को दूर करने की सलाह देती है। लेकिन साई ने इस उसकी बात मानने से इंकार कर दिया।
पाखी को हुई चिंता
साई ने उषा को अपनी सभी तकलीफों के बारे में याद दिलाया और कहा कि विराट को उसकी परवाह नहीं है। साई अतीत को याद करती है और उषा को याद दिलाती है कि उसने कभी उसे खोजने की कोशिश भी नहीं की।
दूसरी तरफ किसी परिचित सी आवाज सुनकर पाखी शक में पड़ जाती है लेकिन उसे पहचान नहीं पाती है। फिर वह अश्विनी के साथ अपनी बात शेयर करती है और विराट और विनायक की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करती है।
विराट-साई में हुई बहस
अश्विनी भी उसके साथ प्रार्थना करती है और विराट और विनायक के लिए चिंतित हो जाती है। इधर विराट विनायक को अपने साथ ले जाने को होता है, लेकिन विनायक सावी के साथ थोड़ा और रुकने का अनुरोध करता है। विराट उसके अनुरोध पर सहमत हो जाता है और बच्चों को खेलते हुए देखकर मुस्कुराता है। साई भी वहीं खड़ी होती है और फिर दोनों में बहस शुरू हो जाती है।
विराट ने पुछा सावी के पिता का नाम
साईं ने विराट पर आरोप लगाया कि उसने घर से बाहर निकलने पर उसकी परवाह तक नहीं की, जबकि विराट उसे उस समय की स्थिति के बारे में याद दिलाता है और कहता है कि उसने उसे रोकने की कोशिश की थी लेकिन वह जिद्द पर अड़ी थी।
साई और विराट एक दूसरे पर भड़क जाते हैं और उस दिन को याद करते हैं जब वे अलग हुए थे। विराट साई से सावी के बारे में सवाल करता है। वह जवाब देती है कि वह उसकी अपनी बेटी है, लेकिन विराट इसे मानने से इनकार कर देता है और उसके पिता का नाम पूछता है।
दोनों ने लगाए एक दूसरे पर आरोप
साईं याद करती है कि कैसे उसने अपने नाम का उल्लेख माता के साथ-साथ पिता के नाम पर भी किया था और विराट को भी उसने वही जवाब दिया। दोनों एक दूसरे पर आरोप लगाते है। साई विराट उसकी परवाह किए बिना अपने जीवन में आगे बढ़ने का आरोप लगाती है जबकि विराट उसे फोन न करने या उसके जिंदा होने की सूचना न देने के लिए उससे सवाल पूछता है ।
विराट साईं पर चिल्लाता है और बताता है कि उसने उसे और उनके बेटे विनायक को खोजने की बहुत कोशिश की थी लेकिन उनकी मौत के खबर सुनकर वह टूट गया था। साई उसपर भरोसा करने से इनकार करती है।
दोनों झगड़ ही रहे होते हैं तभी गुलाबराव के गुंडों ने उन पर हमला कर दिया। वे विराट को मारते हैं जिसपर हर कोई चौंक जाता है और साई विराट को मदद करती है। वे गुंडों को पीटने लगते हैं, वहीं अचानक उनमें से एक सावी को वहां से ले जाता है।
प्रीकैप : सावी को बचाने के लिए साई और विराट गुलाबराव के गुंडों से लड़ते हैं। गुलाबराव सावी पर बंदूक तानता है। सावी बंदूक से डरकर रोती रहती है, वहीं साईं उनकी बेटी को बचाने के लिए विराट से गुहार लगाती है।